नवगछिया (नवबिहार न्यूज नेटवर्क)। दुर्गा चित्र मंदिर रोड स्थित साई क्लीनिक से किशनगंज पुलिस दंत चिकित्सक रत्नेश कुमार ठाकुर को गिरफ्तार कर किशनगंज लेकर आई महिला पुलिस ने मंगलवार को महिला उत्पीड़न मामले में दंत चिकित्सक को जेल भेज दिया।
दंत चिकित्सक रत्नेश कुमार ठाकुर पर अपनी पत्नी को शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने व जान से मारने सहित दहेज उत्पीड़न का आरोप है। महिला थाना में दिए आवेदन में पीड़ित महिला अर्चना ठाकुर ने कहा है कि उसकी शादी 21 जनवरी वर्ष 2008 को भागलपुर जिला के साहू परबता थाना अंतर्गत साहू परबता गांव निवासी त्रिवेणी ठाकुर के पुत्र रत्नेश कुमार ठाकुर से हिन्दू रीति-रिवाज के साथ हुई थी। शादी में मेरे परिजनों ने उपहार स्वरुप 10 लाख नकद, जेवरात व अन्य सामान भी दिए थे। जिस समय मेरी शादी हुई थी। उस वक्त मेरे पति रत्नेश कुमार ठाकुर बीडीएस प्रथम वर्ष का छात्र था। जिसका पढ़ाई अभी चार वर्ष और भी बचे थे। इन चार वर्ष की पढ़ाई का सारा खर्च मेरे पिता पर ससुराल वालों ने डाल दिया। मजबूरन मेरे पिता ने चार वर्षों में 10 लाख रूपये मेरे पति के पढ़ाई में खर्च किए। इसके बावजूद मेरे पति व ससुराल वालों ने मिलकर जबरदस्ती फ्लेट के लिए 50 लाख व कार के लिए 10 लाख की मांग पुन: दहेज स्वरुप करने लगे। इतनी बड़ी राशि दहेज के रुप में देना मेरे पिता के लिए असंभव है। इस बाबत दहेज नहीं मिलने के कारण ससुराल वालों का अत्याचार मुझ पर दिन प्रतिदिन बढ़ता चला गया। जब 2011 में पुत्री के जन्म के पश्चात ससुराल वालों का कहर और भी बढ़ गया। 20 नवंबर 2015 को जब मै अपने मायके से ससुराल छठ करने गई, तो मेरे ससुराल वालों ने मुझे एक कमरे में दो दिनों तक बंद कर रखा। तीसरा दिन मुझे आग लगा कर कमरे में बंद कर दिया। हो हल्ला सुनकर पड़ोस में रहने वालों ने मुझे बचाया। आस-पास में रहने वाले पड़ोसियों को घटना का भनक लगने के डर से मेरे ससुराल वालों ने मुझे मेरे मायके में छोर कर भाग निकले। वहीं मुझे ससुराल के रिश्तेदार ने सूचित किया कि मेरे पति डॉ. रत्नेश कुमार ठाकुर पटना में दूसरा शादी भी कर चुके हैं। मालूम हो कि पीड़ित महिला का मायके सदर थाना के सुभाषपल्ली में है, जहां पीड़िता अपने माता-पिता के साथ रहती है।