कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस की रात इस साल भी नवगछिया
के दक्षिणेश्वरी काली मंदिर में माँ काली की विशाल प्रतिमा की स्थानीय प्रधान पुजारी
पंडित रमाकांत मिश्र उर्फ राम जी द्वारा स्थापना कर प्राण प्रतिष्ठा की गयी। इसी के
साथ ही गुरुवार की देर रात्रि से यहाँ मेला सा माहौल बन गया है।
इस मंदिर की विशेषता के बारे में पंडित राम जी मिश्र
बताते हैं कि लगभग 250 वर्षों पुराने इस मंदिर में व्यक्ति कि मनोकामना पूरी होती है।
इसलिए यहाँ काफी दूर दराज से भी नर नारी दीपावली के आते हैं। माता काली की दिन में
फुलाइस होती है, शाम में खोइछा दिया जाता है। यहाँ तीन समय आरती
होती है। बलि प्रधान है लेकिन निषेध है। इसलिए यहाँ निशा पूजा के दौरान ही बलि नहीं
देकर पाठा का कान छोटा कर छोड़ दिया जाता है।