कहते हैं खून का स्वाद चख लेने के बाद हिंसक जानवर किसी पर भी हमला कर सकते हैं. मधेपुरा में जहाँ दर्जनों अच्छे डॉक्टर अपने इलाज से लोगों की जान बचाकर भगवान का दर्जा भी पा रहे हैं वहीँ कई चिकित्सक मानो
लूटना उनकी पहली प्राथमिकता है और इलाज दूसरी, चाहे मरीज कितना भी गरीब क्यों न हो.

सांसद के अभियान में पलीता लगाते हुए मधेपुरा के इस डॉक्टर की निजी दवाई की दूकान में 5 रूपये की दवा को रोगी के परिजनों को 100 रूपये में बेचा जा रहा है और वो भी ताल ठोंक कर. दवा की रसीद भी दी जा रही है जिसपर 5 रूपये की दवा का मूल्य 100 रूपये अंकित हैं. मधेपुरा टाइम्स ने जब मामले की पड़ताल की तो लगे आरोप को सच के करीब पाया.
घटना तब से शुरू होती है जब इसी एक अक्टूबर को साहुगढ़ के चार वर्षीय एक बच्चे श्रवण के पेट में दर्द शुरू हुआ. परिजनों ने श्रवण को जिला मुख्यालय के बाय पास रोड में हीरो शोरूम के पास स्थित इंदू भूषण चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में डा० अजय कुमार (एमबीबीएस, डीसीएच) से बच्चे को दिखाया. डॉक्टर ने कई दवाइयां लिखी और उसमे एक इंजेक्शन ‘फोर्टविन’भी लिखा. बताया गया कि डॉक्टर के क्लिनिक में उनका अपना ही मेडिकल हॉल है. मेडिकल हॉल में एक फोर्टविन की कीमत 100 रूपये ली गई जबकि उसपर अंकित मूल्य है Rs. 5.09 (incl. of all taxes). बीमार बच्चे के चाचा साहुगढ़ कारू टोला के विकास कुमार बताते हैं कि उसे जब घर जाकर यह जानकारी मिली कि फोर्टविन दवा पर अंकित मूल्य और रसीद पर अंकित मूल्य में इतना बड़ा फर्क है तो उसने वापस आकर दवा दुकानदार से जब इस बात की शिकायत की तो दवा दुकानदार ने उससे कहा कि फोर्टविन इंजेक्शन ब्लैक में आता है, इसलिए इसे हम इतना में बेचते हैं. पैसे लौटाने या डीएम से शिकायत करने की बात पर डॉक्टर अजय कुमार में दूकान के दुकानदार ने कहा जहाँ जाना है जाइए. उधर डॉक्टर की दवा देने के बाद बच्चे को रिएक्शन हो गया और उसके पूरे शरीर पर लाल दाना निकल गया. परिजन ने बताया कि डॉक्टर साहब ने फिर जांच लिख दी.
मामला गंभीर था और एक बड़े लूट की ओर संकेत कर रहा था. 5 रूपये की फोर्टविन को बीस गुणा अधिक मूल्य पर बेचना इस बात का गवाह था कि सांसद के अभियान की मधेपुरा में खिल्ली उड़ा रहे हैं कुछ चिकित्सक. पर हमने सच्चाई को अपने स्तर से अपने लैब (फर्जी लैब नहीं) में भी जांचने का फैसला लिया. कस्टमर बनकर हम पहुंचे डॉक्टर अजय कुमार के क्लिनिक में मेडिकल स्टोर पर. पर शायद मेडिकल स्टोर के स्टाफ को हमारी पूछताछ से कुछ शक हो गया, पर उसने ये बात स्वीकार ही ली कि फोर्टविन ब्लैक से 35-40 रूपये में मंगाते हैं इसलिए ज्यादा में बेचते हैं. (मधेपुरा टाइम्स के पास बातचीत के सारे रिकॉर्ड मौजूद).
इस मामले पर जब हमने मधेपुरा आईएमए अध्यक्ष डा० अरूण कुमार मंडल से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि फोर्टविन या अन्य दवाओं को प्रिंटेड रेट पर ही बेचना है. यदि ऐसा किया गया है तो वो फंसने वाली बात है.