नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत गोपालपुर थाना में अवैध तरीके से जलायी जा रही बिजली वहाँ के पीएचसी प्रभारी द्वारा कटवाते ही गोपालपुर थाना के एक पुलिस पदाधिकारी ने उक्त डाक्टर को देख लेने की धमकी दे डाली है। यानि अब तक अस्पताल अथवा रोगियों के पैसों से रौशन हो रहा था गोपालपुर थाना। जबकि सभी थाना को अपनी अपनी बिजली लाइन लेने का आदेश कभी का चुका है। इसके बावजूद यहाँ पुलिसिया धौंस के बल पर अस्पताल से बिजली और जेनरेटर की सप्लाई जारी थी। जिसमें से सिर्फ बिजली लाइन हटाने पर धौंस की जगह धमकी देने में भी बाज नहीं आयी गोपालपुर की पुलिस।
बहरहाल इस धमकी के मामले को लेकर अस्पताल प्रभारी काफी तनाव में हैं। वैसे भी इस अस्पताल में कोई चिकित्सक जाना ही नहीं चाहते हैं। काफी दिनों के बाद अपनी ड्यूटी को निष्ठा से निभाने वाले चिकित्सक अगर अपना कार्य करते हैं तो उन्हें रंगदार तो दूर सुरक्षाकर्मी कर्मी ही रंग जमाते हैं।
वहीं इस मामले में नवगछिया एसपी शेखर कुमार ने जांच कर उचित कार्रवाई करने की बात कही है। लेकिन सवाल है कि यह स्थिति ही उत्पन्न क्यों हुई। जब सभी सरकारी विभाग को अपना अपना बिजली कनेकसन लेने का आदेश जिलाधिकारी द्वारा भी कई बार दिया जा चुका है। फिर थाना की बिजली का खर्च अस्पताल क्यों और कैसे वहाँ कर सकता है?