उत्तराखंड के केदारनाथ की यात्रा पर गए बिहार के विभिन्न जिलों के करीब 300
यात्री वहां हुई भीषण बारिश और भूस्खलन के कारण अभी भी अलग-अलग जगहों में
फंसे हुए हैं। इस आपदा में फंसे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अश्विनी चौबे को उनके परिवार के साथ बचा लिया गया है लेकिन उनके दो रिश्तेदारों की इस हादसे में मौत हो गई है।
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, राज्य के करीब 300 यात्री विभिन्न इलाके में फंसे हुए हैं। इसमें मुजफ्फरपुर के 58, भागलपुर के 20, सहरसा के 35, गोपालगंज के 42, सारण के 30 यात्री शामिल हैं। उनके अनुसार चौबे और उनका परिवार गुप्तकाशी में सुरक्षित है लेकिन उनके साथ गए उनके रिश्तेदार सुबोध मिश्रा और उनकी पत्नी रूबी मिश्रा की मौत हो गई है जबकि उनके साथ गए पंडित, निजी सहायक और तीन सुरक्षाकर्मी का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है।
उनके एक रिश्तेदार के मुताबिक, चौबे अपने परिवार के साथ केदारनाथ मंदिर के समीप वाले धर्मशाला में ठहरे हुए थे। फिलहाल भूस्खलन में घायल हुए चौबे का इलाज गुप्तकाशी के एक निजी स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। उनके आज देहरादून पहुंचने की सम्भावना है। इधर, राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री रेणु कुशवाहा ने गुरुवार को बताया कि राज्य सरकार लगातर उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन विभाग के सम्पर्क में है तथा फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान में लाने और इसके बाद बिहार वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अश्विनी चौबे को उनके परिवार के साथ बचा लिया गया है लेकिन उनके दो रिश्तेदारों की इस हादसे में मौत हो गई है।
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, राज्य के करीब 300 यात्री विभिन्न इलाके में फंसे हुए हैं। इसमें मुजफ्फरपुर के 58, भागलपुर के 20, सहरसा के 35, गोपालगंज के 42, सारण के 30 यात्री शामिल हैं। उनके अनुसार चौबे और उनका परिवार गुप्तकाशी में सुरक्षित है लेकिन उनके साथ गए उनके रिश्तेदार सुबोध मिश्रा और उनकी पत्नी रूबी मिश्रा की मौत हो गई है जबकि उनके साथ गए पंडित, निजी सहायक और तीन सुरक्षाकर्मी का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है।
उनके एक रिश्तेदार के मुताबिक, चौबे अपने परिवार के साथ केदारनाथ मंदिर के समीप वाले धर्मशाला में ठहरे हुए थे। फिलहाल भूस्खलन में घायल हुए चौबे का इलाज गुप्तकाशी के एक निजी स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। उनके आज देहरादून पहुंचने की सम्भावना है। इधर, राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री रेणु कुशवाहा ने गुरुवार को बताया कि राज्य सरकार लगातर उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन विभाग के सम्पर्क में है तथा फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान में लाने और इसके बाद बिहार वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।