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भागलपुर जिले में महामारी बन फैल रहा खसरा, 76 पीड़ित

भागलपुर जिले में खसरा ( चिकन पोक्स ) महामारी बन कर फैल रहा है। इस समय खरीक, बिहपुर व कहलगांव प्रखंडों के दर्जनों गावों में 76 लोग खसरे से पीड़ित हैं। खरीक प्रखंड की भवनपुरा और लोकमानपुर पंचायतों में पीड़ितों की संख्या सर्वाधिक है।
दोनों पंचायतों में 50 लोग बीमारी की चपेट में हैं। कहलगांव प्रखंड की सिया पंचायत स्थित बरैनी गांव, बिहपुर प्रखंड में औलियाबाद गांव के कारगिल टोला व मिश्र टोले में भी खसरे ने महामारी का रूप ले लिया है। रविवार को देर रात भवनपुरा के मुखिया विनीत कुमार सिंह व लोकमानपुर के मुखिया चंद्रमोहन सिंह ने खसरा फैलने की सूचना प्रखंड के पदाधिकारियों और चिकित्सा प्रभारी अशरफ रिजवी को दी। चिकित्सा प्रभारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रात में ही दोनों पंचायतों में मेडिकल टीम भेजने की तैयारी शुरू कर दी थी।
गांवों में पीड़ितों का इलाज झोला छाप चिकित्सक कर रहे हैं। मगर, किसी को भी राहत नहीं मिली है। कुछ साधन संपन्न लोगों ने अपने बच्चों को भागलपुर के कुछ निजी नर्सिग होम्स में भर्ती कराया है। ग्रामीणों के अनुसार बीमारी से पीड़ित बच्चों और लोगों के शरीर पर लाल दाने उभर आए हैं। शरीर में जलन हो रही है। तेज बुखार आ रहा है। हैरत की बात यह है कि दो दिनों से लोकमानपुर व भवनपुरा में बीमारी कहर बरपा रही है मगर, प्रशासन इससे अनजान था।
कहलगांव प्रखंड की सिया पंचायत स्थित बरैनी गांव में भी दर्जन भर से ज्यादा बच्चे खसरे से पीड़ित हैं। ग्रामीण इसे देवी का रूप मानकर झाड़-फूंक कर रहे हैं। उपचार कराने से परहेज कर रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा कहलगांव अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. लखन मुर्मू को सूचित करने पर भी स्वास्थ्य विभाग मौन है। किसी भी चिकित्सक ने अब तक गांव जाना मुनासिब नहीं समझा। पंचायत के मुखिया अर्जुन प्रसाद राम ने बताया, बीमारी का प्रकोप एक पखवारे से है।
बिहपुर प्रखंड भी एक सप्ताह में खसरे की चपेट में है। यहां औलियाबाद गांव के कारगिल टोला, मिश्र टोला में दर्जनों लोग पीड़ित हैं। एक अप्रैल को बिहपुर पीएचसी से डॉक्टरों की टीम यहां आई थी। दवा भी बांटी थी। मगर, किसी को राहत नहीं मिली।