नवगछिया के पास कोसी नदी में शनिवार को हुई नौका दुर्घटना में लापता महिला माला देवी की लाश दूसरे दिन भी नहीं मिली | जिसकी खोज में रविवार की अहले सुबह से ही ग्रामीण एवं रिस्तेदारों ने दिन भर बिता दिया | ग्रामीणों ने अपने स्तर से नौका और गोताखोर तथा जाल की व्यवस्था कर रखी थी | जहां दिन भर किसी भी प्रशासनिक अधिकारी का दर्शन तक इन ग्रामीणों को नहीं हो सका | जिसे लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश भी नदी किनारे और गाँव में देखा गया |
माला देवी की लाश की खोज में दिन भर दो नाव से जाल लगा कर खोज की गयी | इस क्रम में लगभग तीन बजे उसकी शाल मिल गयी | जिसने उसकी खोज में और तीव्रता ला दी | इसके बावजूद सफलता हाथ नहीं लगी |
उधर नवगछिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर नौ स्थित नवटोलिया में दिन भर अनिश्चितता के साथ साथ मातम का माहौल छाया रहा | जहां माला देवी के पति पंकज मंडल के इटावा (यूपी) से आने का भी इंतजार हो रहा है |
जहां माला देवी के डेढ़ वर्षीय दूध मुंहे बच्चे सत्यम का रात भर से माँ के बगैर रो रो कर बुरा हाल था | वहीं तीन वर्षीय सँजो कुमारी, छह वर्षीय प्रेम कुमार, आठ वर्षीय निकिता कुमारी और दस वर्षीय रेशम कुमारी रात भर से मम्मी की राह देख रहे हैं | प्रेम और रश्मि बार बार दौड़ दौड़ कर सड़क की ओर भागते हैं | जिन्हें ग्रामीण और रिस्तेदार रोकते हैं |
माला देवी की लाश की खोज में दिन भर दो नाव से जाल लगा कर खोज की गयी | इस क्रम में लगभग तीन बजे उसकी शाल मिल गयी | जिसने उसकी खोज में और तीव्रता ला दी | इसके बावजूद सफलता हाथ नहीं लगी |
उधर नवगछिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर नौ स्थित नवटोलिया में दिन भर अनिश्चितता के साथ साथ मातम का माहौल छाया रहा | जहां माला देवी के पति पंकज मंडल के इटावा (यूपी) से आने का भी इंतजार हो रहा है |
जहां माला देवी के डेढ़ वर्षीय दूध मुंहे बच्चे सत्यम का रात भर से माँ के बगैर रो रो कर बुरा हाल था | वहीं तीन वर्षीय सँजो कुमारी, छह वर्षीय प्रेम कुमार, आठ वर्षीय निकिता कुमारी और दस वर्षीय रेशम कुमारी रात भर से मम्मी की राह देख रहे हैं | प्रेम और रश्मि बार बार दौड़ दौड़ कर सड़क की ओर भागते हैं | जिन्हें ग्रामीण और रिस्तेदार रोकते हैं |