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रियायती दरों पर अब सिर्फ 100 एसएमएस

उपभोक्ताओं को अनचाहे एसएमएस से छुटकारा दिलाने की नई कोशिश के तहत दूरसंचार नियामक ट्राई ने प्रति सिम कार्ड रियायती दरों के एसएमएस की संख्या रोजाना 100 पर सीमित कर दी है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने कहा कि इससे ज्यादा एसएमएस भेजने पर हर मैसेज पर कम से कम 50 पैसे का चार्ज लगाया जाए। मोबाइल ऑपरेटरों को यह नियम 15 दिनों के भीतर लागू करना होगा। पंजीकृत टेलीमार्केटिंग कंपनियां, बैंक ट्रांजैक्शन मैसेज और छूट पाए नंबर इसके दायरे से बाहर रहेंगे।

गैर-पंजीकृत टेलीमार्केटिंग कंपनियां विज्ञापन अभियान के लिए एसएमएस को जबरदस्त तरीके से इस्तेमाल कर रही हैं। इसके लिए ये टेलीकॉम ऑपरेटरों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही रियायती एसएमएस स्कीमों का जमकर दुरुपयोग कर रही हैं। इसकी वजह से उपभोक्ता बेहद परेशान हैं। संचार मंत्री कपिल सिब्बल ने पिछले हफ्ते बताया था कि वह खुद ऐसे एसएमएस का शिकार हुए हैं। उन्होंने कहा था, 'मुझे हर दो मिनट में अनचाहे एसएमएस मिलते रहते हैं। नियामक जल्द ही इन पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाएगा।'
ट्राई के प्रधान सलाहकार एन परमेश्वरन ने बताया कि गैर-पंजीकृत टेलीमार्केटिंग कंपनियों पर लगाम कसने के लिए रियायती दरों पर उपलब्ध कराए जा रहे एसएमएस को कम करना जरूरी हो गया था। उपभोक्ता चाहें तो इससे ज्यादा एसएमएस भी भेज सकते हैं, लेकिन उन्हें ज्यादा कीमत चुकानी होगी। ऐसे विज्ञापन एसएमएस के खिलाफ उपभोक्ता शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें ऐसे एसएमएस को 1909 पर भेजना होगा। ऑपरेटरों को भी अनचाहे एसएमएस के खिलाफ शिकायतों के लिए सिस्टम बनाना होगा।