नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत बिहपुर विधायक ई० कुमार शैलेन्द्र पर प्रताड़ना का आरोप लगाने वाले डीलर विधायक के सख्त रुख के बाद सकते में आ गए हैं। विधायक डीलरों के आरोप की जांच की मांग को लेकर 17 जुलाई से आमरण अनशन घोषणा कर चुके थे। डीलरों ने अपने आरोप वापस लेकर राशन-किरासन का सही तरीके से वितरण का वचन विधायक को दिया है, इसपर विधायक ने अनशन वापस ले लिया है।
गुरुवार को बिहपुर प्रखंड के सभी डीलरों ने प्रखंड के राजग नेताओं एवं कार्यकर्ता के साथ डाकबंगला प्रांगण में बैठक किया। जिसमें डीलरों ने बताया कि नारायणपुर के कुछ डीलरों द्वारा पूर्व में उनसे बरगला कर एक आवेदन पर हस्ताक्षर कराया गया। जिस आवेदन को बाद में विधायक के खिलाफ एवं उनपर प्रताडि़त करने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों को भेजा गया। डीलरों ने कहा कि विधायक एवं भाजपा कार्यकत्र्ताओं पर लगाया गया आरोप झूठा है। राजग नेताओं एवं डीलरों के बीच आम सहमति होने की जानकारी दूरभाष पर विधायक को दी गई। जिसमें डीलरों ने विधायक को भरोसा दिया कि वे सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए राशन किरासन का उठाव एवं वितरण राजग कार्यकर्ता की उपस्थिति में करेंगे। डीलरों के इस वचन पर विधायक ने भी 17 जुलाई को डीएम कार्यालय के समक्ष घोषित अपना आमरण अनशन कार्यक्रम वापस लेते हुए डीलरों को नियमानुसार कार्य करने की सलाह दी।
बैठक के बाद बीजेपी का एक शिष्टमंडल बीडीओ अवधेश कुमार से मिलकर पूरे मामले की जानकारी दी। बैठक में प्रो। भोला कुवंर, सच्चिदानंद कुंवर, लक्ष्मण चौधरी, शंकर शर्मा, राजनीति तांती, महेन्द्र सिंह, संजय राय आदि समेत भवेश कुंवर, सुरेश चौधरी, बलदेव सिंह, राजेन्द्र प्रसाद साह, सर्वेश कुमार, उदय दास, योगेन्द्र रजक आदि समेत कई डीलर शामिल थे।