शिव मंत्र में सबों के कल्याण करने की शक्ति सन्निहित है। पंचाक्षरी शिव मंत्र सभी के कल्याण के लिए प्रयुक्त किया जा सकता है। अर्थात इसके प्रभाव से आत्मा, प्राण, चेतना, शरीर, घर, परिवार, समाज से लेकर राष्ट्र तक का कल्याण हो सकता है। ये बातें स्वामी आगमानन्द जी महाराज ने मंगलवार की रात को अपने प्रवचन के दौरान नवगछिया के खगड़ा स्थित हनुमान मंदिर मैदान में आयोजित शिव शक्ति यज्ञ एवं कथाज्ञान महायज्ञ के दौरान बतायी। इस दौरान प्रख्यात आचार्य शिव शंकर ठाकुर ने परशुराम एवं रावण के अहंकार पर विशेष चर्चा की तथा भक्ति के कई प्रकारों का उदाहरण दिया। वहीं आचार्य पंकज शास्त्री ने सात शिव लिंगों के महत्व पर प्रकाश डाला। आचार्य प्रेम शंकर भारती ने राम के वनवास की विशेषता की जानकारी दी। साथ ही आचार्य भूषण ठाकुर ने केवट प्रसंग के दौरान राम के मर्म की चर्चा की। जहां खगड़ा का यह विशाल मैदान रात भर श्रद्धालुओं से भरा रहा।