भागलपुर: अंगिका के कवियों ने काव्य रचनाओं से माहौल को बना दिया खुशनुमा
राजेश कानोडिया, (नव-बिहार समाचार), भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, भागलपुर के अंगिका विभाग में विभाग द्वारा विभाग के समन्वयक डॉ.नीलम महतो के संरक्षण और अंगिका के पूर्व विभागाध्यक्ष डाॅ.योगेन्द्र जी की अध्यक्षता तथा डॉ.शोभा कुमारी एवं श्री अनिल कुमार के सफल संयोजन में शनिवार को अपराह्न 12:30 से 5:00 बजे तक 'अंगिका वसंतोत्सव कविगोष्ठी' आयोजित की गई। इस सुअवसर पर विभाग की डाॅ.नीलू कुमारी, अंगिका के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ.मधुसूदन झा, अजय कुमार, साहेबगंज (झारखंड) के अनिरुद्ध प्रभाष, गोड्डा (झारखंड) के डाॅ.प्रदीप प्रभात, मुंगेर के विजेता मुदगलपुरी, पुनसिया के अनिरुद्ध विमल, बाँका के विकास सिंह गुलटी, एस.एम.काॅलेज, भागलपुर की डाॅ.आभा पूर्वे, त्रिलोकीनाथ दिवाकर, माही जी, प्रीतम कुमार विश्वकर्मा 'कवियाठ', श्वेता सुमन, अर्पिता चौधरी, नीरा पाल, महेन्द्र निशाकर, कपिलदेव कृपाला, छात्र-छात्राओं में कुमार गौरव, श्रीकेश, लवली, अनुराधा, ललिता, डौली, पूजा, सरस्वती, सुनीता कुमारी आदि ने अपनी-अपनी अंगिका काव्य रचनाओं से माहौल को खुशनुमा बना दिया।
अंग की होली-संस्कृति और इसकी ऐतिहासिकता को सामने रखकर अंगिका के अमृत पुरुष कहे जाने वाले डॉ.अमरेन्द्र ने सबों के ध्यान को अपनी ओर खींच लिया। इस अवसर पर स्मृतिशेष साहित्यकार खुशीलाल मंजर जी की तस्वीर और उनकी काव्य पुस्तक 'आज पूर्णिमा है' का भी लोकार्पण समवेत रूप से किया गया। कार्यक्रम का आरंभिक संचालन डॉ.शोभा कुमारी, जबकि कविगोष्ठी का सुमधुर काव्यमय संचालन करने के साथ-साथ अपनी गीत रचनाओं से गीतकार राजकुमार ने सबों को मंत्रमुग्ध कर दिया। डाॅ.शोभा कुमारी के धन्यवाद ज्ञापनोपरांत अध्यक्ष की अनुमति से कार्यक्रम को तत्काल विराम दिया गया।