श्रीमद्भागवत कथा के दूसरा दिन: सत्य बोलना ही जीवन का सबसे बड़ा धर्म है- अनुराग कृष्ण शास्त्री
राजेश कानोडिया, (नव-बिहार समाचार) नवगछिया। स्थानीय बाल भारती विद्यालय में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन श्रीधाम वृंदावन से आए वैदिक पथिक भागवत किंकर श्री अनुराग कृष्ण शास्त्री उर्फ श्री कन्हैया जी ने अपने भागवत कथा में ब्रहाण्ड की उत्पत्ति, भगवान का विराट प्राकट्य, विदुर मैत्रय संवाद, कपिलोपाख्यान पर प्रवचन किया। उन्होंने अपनी भागवत कथा में मुख्य रुप से कहा कि सत्य बोलना ही जीवन का सबसे बड़ा धर्म है। बोलने से पहले सोच लें जिसे हम निभा सके। वही बोलना चाहिए। इसलिए बोलने से पहले थोड़ा सोच कर बोलना चाहिए। दान देने वाले को कभी रोकना नहीं चाहिए, यह बहुत बड़ा पाप है। जीवन में गुरु ऐसे होने चाहिए जो वेद पुराण बताए।
वहीं कथा के दौरान नवगछिया नगरवासियों के अलावा बिहार एवं अन्य राज्यों से आए दर्जनों रिश्तेदारों को भी श्री कन्हैया जी ने "मुरली धरा ये मन मोहना ए नन्द नन्दना श्री राधे माधवा, एक आश तुम्हारी है विश्वास तुम्हारा है, जीवन में है गुरु तो जीवन होगा शुरू, गुरु दीपक गुरु चांदनो गुरु मेरो प्राण आधार, हम तुम्हारे है प्रभु जी हम तुम्हारे ही रहेंगे" आदि भजनो से श्रोताओं को खूब झुमाया। इस दौरान सभी श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।
भागवत कथा के आयोजन को सफल बनाने में अमित अग्रवाल, मुकेश चिरानिया, रितेश मांवडिया, अशोक केडिया, आदित्य सरार्फ, अमन सरार्फ, विश्वास शर्मा, विनीत चिरानिया, नीरज केजरीवाल, केशव सरार्फ, शंभू चिरानिया, अमित चिरानिया, विशाल चिरानिया, विकास मावडिया, कन्हैया केडिया, मानस पंसारी, वरुण केजरीवाल, शैला चिरानिया, रुचि सर्राफ, ममता मावडिया, सुचिता चिरानिया, आदि लगे हुए हैं। उपरोक्त जानकारी मीडिया प्रभारी अशोक केडिया ने देते हुए बताया कि भागवत कथा 12 जनवरी से आरंभ है, जो 18 जनवरी तक दोपहर 2:00 बजे से संध्या 6:00 बजे तक की जाएगी।