मोबाइल जैसे नई तकनीकों को इस्तेमाल करें, लेकिन संभलकर- SWAMI AAGAMANAND
NAVBIHARNEWS, BHAGALPUR। भागलपुर जिले के शाहकुंड प्रखंड के सरौनी पंचायत के बगचप्पर गांव में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सह महाविष्णु यज्ञ पांचवें दिन श्री शिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर और श्री उत्तरतोताद्रि मठ विभीषणकुंड अयोध्या के उत्तराधिकारी श्री रामाचंद्राचार्य परमहंस स्वामी ने भगवान कृष्ण के बाल लीलाओं की चर्चा की। इसके अलावा स्वामी आगमानंद जी महाराज ने लोगों से अपील की भारतीय संस्कृति को जीएं। भारत को समझें। यह देश सेवा और समर्पर्ण के लिए जाना जाता है। ईश्वर की विशेष कृपा भारत पर रहती है। उन्होंने कहा कि इस आधुनिक युग में विज्ञान ने बहुत विकास किया है। लोगों को इससे सुविधा भी मिली है। लेकिन इस सुविधाओं को पाने के लिए मनुष्य के अंदर कई सारी मानवीय अवगुण भी उत्पन्न हो गए। जिससे मनुष्य विनाश की ओर बढ़ता जा रहा है। सुरक्षा के हथियार व बंकार बनाया, लेकिन उसके दुष्प्रभाव आज समाने है। हमारे देश में पहले खाद्यान की कोई कमी नहीं थी। अब खाद पदार्थ को बढ़ाने जिस भी पद्धति का इस्तेमाल होता है उससे बड़े-बड़े सब्जी और लंबे-लंबे चावल तो होने लगे पर उसे खाने पर को इससे काफी नुकसान पहुंचा। शुद्ध दूध अब लोगों को नहीं मिलता है। अब जो दूध हम लोग इस्तेमाल करते हैं उसमें गुणवत्ता का अभाव है। मवेशियों ने नस्ल को आज बिगाड़ दिया गया है। स्वामी आगमानंद महाराज ने मोबाइल से जहां लोगों को काफी सुविधा हुई है। संपर्क करने का एक महत्वपूर्ण साधन हुआ है। पलक झपकते ही कोई भी जानकारी हम इंटरनेट से प्राप्त कर लेते हैं। लेकिन इसके कई दुष्प्रभाव सामने हैं। बच्चों से अगर मोबाइल छीन लिया जाता है तो वे आत्महत्या कर लेते हैं। लोगों की आंखों खराब हो रही है। कई ऐसी जानकारी मोबाइल से लोगों को मिल जाती है, जिस लोगों को नैतिक पतन भी हो जाता है। उन्होंने कहा के तकनीकों को इस्तेमाल करें, लेकिन संभलकर। इस अवसर पर आत्मा भागलपुर के उप परियोजना पदाधिकारी प्रभात कुमार सिंह, कुंदन बाबा, श्वेत कमल, दिलीप शास्त्री, राम बालक भाई, पंडित केशव आदि वहां मौजूद थे। बलवीर सिंह बग्घा और पवन दुबे के भजनों से भी भक्त झूम उठे।