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भागलपुर विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य ने कुलाधिपति को भेजा त्राहिमाम संदेश

भागलपुर विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य ने कुलाधिपति को भेजा त्राहिमाम संदेश


राजेश कानोडिया, भागलपुर। बिहार के तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की वर्तमान शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो जाने पर भागलपुर विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य डॉ. मृत्युंजय सिंह गंगा ने बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति सहित मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, प्रधान सचिव और उच्च शिक्षा निदेशक को त्राहिमाम संदेश भेज कर विश्वविद्यालय की ताजा वस्तु स्थिति से अवगत कराया है।

कुलाधिपति को लिखे पत्र में सीनेट सदस्य डॉ. गंगा ने कहा है कि विश्वविद्यालय की वर्तमान शैक्षणिक एवं प्रशासनिक व्यवस्था गत दिनों से जारी शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के अनिश्चितकालीन हड़ताल और विभिन्न छात्र संगठनों के प्रदर्शन और तालाबंदी के कारण काफी लचर हो गई है । विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के सभी कार्य पूर्णतः ठप पड़े हुए हैं जिसका खामियाजा यहाँ के छात्रों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। महाविद्यालयों के शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 18 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं I जबकि टीएमबीयू में स्थायी कुलपति की नियुक्ति की मांग को लेकर विभिन्न छात्र संगठन भी आंदोलनरत हैं। छात्र संगठनों द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दिया गया है I जिसके करण विश्वविद्यालय मुख्यालय और सभी अंगीभूत महाविद्यालयों में ताला लटका हुआ है, परिसर में सन्नाटा पसरा हुआ है। विश्वविद्यालय में जरुरी काम से दूर- दराज से आने वाले छात्र- छात्राएं और उनके अभिवावक परेशान हैं, उन्हें वापस लौट कर घर जाना पड़ रहा है। उन्होने लिखा है कि तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में लंबे समय से स्थायी कुलपति नहीं हैं, प्रभारी कुलपति के भरोसे विश्वविद्यालय है। दुर्भाग्य की बात है कि टीएमबीयू के प्रभारी कुलपति लगभग अपने आठ महीने के कार्यकाल में महज 4 बार ही विश्वविद्यालय आए हैं, जिसके कारण विश्वविद्यालय के सभी जरुरी शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्य पूरी तरह से ठप पड़ गया है।

डॉ. मृत्युंजय सिंह गंगा, सीनेट सदस्य, टीएमबीयू

मौजूदा समय में विश्वविद्यालय अभिवावक विहीन हो गया है। छात्र-शिक्षक और कर्मचारी परेशान हैं। छात्र सड़क पर हैं। स्थिति काफी भयावह होती जा रही है। चारों ओर शैक्षणिक अराजकता का माहौल कायम हो चुका है। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। लगभग दस हजार से भी अधिक छात्रों की “डिग्री" पर कुलपति का हस्ताक्षर नहीं हुआ है। छात्र रोजाना विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। डिग्री के अभाव में कई छात्रों को नौकरी से भी वंचित रहना पड़ गया है। यहाँ यह उल्लेखनीय है की टीएमबीयू के शिक्षक संघ भुष्टा और भुटा ने भी 1 अगस्त से स्थायी कुलपति की मांग को लेकर पठन-पाठन ठप करने का निर्णय लिया है। इस स्थिति में छात्रों की पढ़ाई बाधित होगी। पहले से ही विश्वविद्यालय का सत्र काफी विलम्ब है। समय पर परीक्षाएं नहीं हो रही है। शिक्षकेत्तर कर्मियों के बेमियादी हड़ताल के कारण 18 जुलाई से शुरू होने वाली स्नातक पार्ट–टू सहित कई परीक्षाओं को स्थगित करना पड़ा है I ऐसे में छात्रों का भविष्य अंधकारमय होता दिख रहा है I सीनेट सदस्य डॉ. मृत्युंजय सिंह गंगा ने कुलाधिपति सहित मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में अविलम्ब स्थायी शिक्षाविद कुलपति की नियुक्ति करने की दिशा में त्वरित पहल की जाय, ताकि विश्वविद्यालय की बेपटरी हो चुके शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्था को नियंत्रित और सुधारा जा सके।n