दीपावली उपहार: पेट्रोल 6 रुपये 35 पैसे और डीजल 11 रुपये 93 पैसे हुआ सस्ता, फिर भी है महंगा
राजेश कानोडिया। देश भर में 14 सीटों पर उपचुनाव हारने के साथ ही केन्द्र और बिहार सरकार ने एक साथ इस दीपावली पर उपहार के तौर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी करके आम लोगों को कमरतोड़ महंगाई से बड़ी राहत तो दे दी है। जिससे बिहार में आज गुरुवार 4 नवंबर से पेट्रोल 6.35 रुपये प्रति लीटर और डीजल 11.93 रुपये सस्ता हो गया है। फिर भी पिछली दीपावली से इस दीपावली पर पेट्रोल और डीजल काफी महंगा ही है।ईंधन के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद केंद्र सरकार ने बुधवार को पेट्रोल के उत्पाद शुल्क में पांच रुपये व डीजल के उत्पाद शुल्क में 10 रुपये की कटौती का एलान किया। इसके साथ ही बिहार में पेट्रोल पर वैट में 1.30 रुपये और डीजल पर 1.90 रुपये प्रति लीटर की कमी की गयी। इसके साथ ही पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने प्रधानमंत्री को यह कहते हुए धन्यवाद दिया कि रबी की फसल से ठीक पहले खास कर हमारे किसानों के लिए यह एक बड़ी राहत है। दीपावली की पूर्व संध्या पर की गयी इस घोषणा को सरकार की ओर से त्योहार का तोहफा बताया गया है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, उत्पाद शुल्क में यह अब तक की सबसे अधिक कटौती है। इससे सरकार को प्रति माह 8,700 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा।
राजनीति क्षेत्र के प्रेक्षकों का मानना है कि देश की भाजपा सरकार ने 2021 में अब तक पेट्रोल में 28 रुपये और डीजल में 26 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। देशभर में 14 सीटों पर उपचुनाव के हारते ही पेट्रोल में 5 रुपये और डीजल में 10 रुपये प्रति लीटर की कमी कर दीपावली का तोहफा बताया जा रहा है। जबकि इससे पहले दुर्गापूजा का भी बड़ा त्योहार आया था। लोग तो यह भी कहने लगे हैं कि "उपचुनावों में हार से बीजेपी में छाया गम, तो पेट्रोल और डीजल के भाव हुए कम"।
इधर बाजार विशेषज्ञों के अनुसार इस दीपावली पर सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत देने के बाद भी पिछली दीपावली से अब भी पेट्रोल और डीजल के दाम काफी ज्यादा हैं। जबकि सरकार और सरकारी पदाधिकारी तथा व्यापारी एवं किसान व छात्र और महिलाएं सभी जानते हैं कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों के सीधा असर हर क्षेत्र पर पड़ता है। क्योंकि इसका सीधा संबंध हर किसी के आवागमन और माल परिवहन से है। इस साल पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई बेतहाशा वृद्धि की मार हर कोई झेल रहा है।