शिक्षक प्रतिनिधि चुनाव को लेकर सराफ कॉलेज में दो प्रमुख शिक्षक डटे हैं चुनावी मैदान में, जंग हुई तेज
राजेश कानोडिया, नवगछिया (भागलपुर)। स्थानीय बनारसी लाल सर्राफ वाणिज्य महाविद्यालय की शासी निकाय में शिक्षक प्रतिनिधि पद के चुनाव को लेकर इन दिनों कॉलेज में अंदरूनी सरगर्मी काफी बढ़ गई है। जिसके तहत कुल दो प्रमुख शिक्षकों ने नामांकन का पर्चा भरा और नाम वापसी के अंतिम समय में भी दोनों चुनावी मैदान में डटे हुए रह गए। लिहाजा दोनों शिक्षकों के बीच अब चुनावी जंग और भी तेज हो गई है। जहां एक तरफ इस कॉलेज के शिक्षक संघ के निवर्तमान सचिव डॉ रामानन्द सिंह ने पहली बार शिक्षक प्रतिनिधि बनने की ठानी है। वहीं दूसरी तरफ लगातार तीन बार शिक्षक प्रतिनिधि रहे निवर्तमान शिक्षक प्रतिनिधि प्रो राजकिशोर सिंह भी अपने पद पर कब्जा बरकरार बनाये रखने के उद्देश्य से चुनावी मैदान में डटे हुए हैं।
इधर कॉलेज के सहायक निर्वाची पदाधिकारी प्रोफेसर सुबोध कुमार यादव ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 के शिक्षक प्रतिनिधि चुनाव के दौरान नामांकन के लिए आये दो नामांकन पत्र जमा हुए हैं। दोनों नामांकन पत्र में से किसी को भी वापस नहीं लिया गया है। लिहाजा दोनों प्रत्याशी मैदान में डटे हुए हैं। आज नामांकन वापस लेने की तिथि 1 सितंबर को 3 बजे शाम तक निर्धारित थी, लेकिन किसी ने भी अपना नामवापस नहीं लिया है। जबकि मतदान 7 सितंबर को होना है तथा मतगणना भी 7 सितंबर को ही होना है।
वहीं इस चुनाव की मतदाता सूची में पांच शिक्षकों ने अपना नाम नहीं देखने पर इसका आपत्ति आवेदन महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य को देने के बाद विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को भी उनके कार्यालय जाकर तथा ईमेल के माध्यम से दिया है। जिनमें अनिल कुमार शर्मा, डॉ चंदेश्वरी पंडित, नवल किशोर जायसवाल और तरुण कुमार सिन्हा तथा आरिफ अंसारी शामिल हैं। इस बाबत अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि इससे पहले दो बार हुए शिक्षक प्रतिनिधि चुनाव में हम सभी लोग मतदाता थे। जिसके बाद दो बार इसका चुनाव सर्वसम्मति से हो गया। इस बार के चुनावी मतदाता सूची में से हमलोगों का नाम ही गायब हो गया है। हमलोगों का नाम जोड़े जाने तक चुनाव स्थगित किया जाय अथवा हमलोगों का नाम भी मतदाता सूची में जोड़ा जाए।