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भारत बंद का बिहार में रहा मिला जुला असर

नव-बिहार न्यूज एजेंसी (NNA), पटना/ भागलपुर : सोशल मीडिया पर वायरल किए गए बंद के आह्वान का मिलाजुला असर बिहार में भी दिखा। हंगामा, पथराव, हवाई फायरिंग और आगजनी के बीच राजधानी पटना समेत राज्य के विभिन्न शहरों में बाजार बंद रहे। स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गईं। कई रेलखंड पर सात घंटे तक रेल सेवा बाधित रही। हाजीपुर में केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी कुछ देर तक बंद समर्थकों से घिरे रहे। बाद में सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें निकाला। 127 लोग तोड़फोड़, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और जबरन बंद कराने के आरोप में हिरासत में लिए गए हैं।

अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) संजीव कुमार सिंघल ने दावा किया कि पटना, नवादा, भोजपुर, वैशाली, शेखपुरा, गया और औरंगाबाद में बंद समर्थकों ने जबरन दुकानों व प्रतिष्ठानों को बंद कराने की कोशिश की। भोजपुर में बंद के दौरान सर्वाधिक 56 लोगों को हिरासत में लिया गया जबकि दरभंगा में 29, गया में 24 और नवादा में 18 बंद समर्थकों को हिरासत में लिया गया है।

छपरा में जमकर बवाल हुआ। पुलिस ने उमधा, फकुली एवं नैनी गांव में जाकर लाठीचार्ज किया, जिससे आक्रोशित लोगों ने पुलिस की दो बाइक को आग के हवाले कर दिया। प्रतिशोध में पुलिस ने उमधा गांव के करीब एक दर्जन लोगों की बाइक को उनके घर से निकालकर आग के हवाले कर दिया। नालंदा में भी पुलिस और पब्लिक के बीच झड़प में एक दर्जन लोग घायल हुए हैं। आरा में दर्जनों दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। 15 राउंड फायरिंग की गई।

मुजफ्फरपुर के खबड़ा में पुलिस व बंद समर्थकों में रोड़ेबाजी हुई। पुलिस ने 20 राउंड हवाई फायरिंग की। पश्चिम चंपारण के बेतिया, सीतामढ़ी , समस्तीपुर और दरभंगा में प्रतिष्ठान एवं निजी शिक्षण संस्थान बंद रहे। मधुबनी स्टेशन पर इंटरसिटी सवारी ट्रेन को रोककर नारेबाजी की गई।

राजधानी पटना में आंशिक असर रहा। सुबह से ही कई मुख्य सड़कों पर दुकानों के शटर गिरे रहे। जबकि संपर्क पथों और गलियों में दुकानें खुली रहीं। हालांकि वाहनों का परिचालन आम दिनों की तरह नहीं रहा। वहीं भागलपुर और नवगछिया में इस बंद का कोई असर इसलिए नहीं दिखा कि यहां की सड़कों पर एक भी बंद समर्थक नजर ही नहीं आया। बाजार, बैंक, सड़क यातायात, इत्यादि सामान्य दिनों की तरह ही रहे। हालांकि जिला और अनुमंडल प्रशासन ने सभी जगहों पर पुलिस और दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर रखी थी।