नव-बिहार न्यूज एजेंसी (NNA), नवगछिया (भागलपुर) : बिहार के पुलिस जिला नवगछिया के पचास हजार के इनामी कुख्यात अपराधी मोती यादव पर पुलिस ने एसटीएफ की मदद से शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस क्रम में
एसटीएफ और परवत्ता तथा नवगछिया पुलिस ने मंगलवार को इनामी मोती के भाई सुमित यादव सहित उसके एक शार्गिद डिंपल यादव और एक वाहन चालक विकास सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।
सुमित और डिंपल का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। कुख्यात सुमित यादव जहां रंगरा चौक ओपी क्षेत्र के चापर गांव का निवासी है। वहीं कुख्यात डिंपल और विकास इसी ओपी क्षेत्र के ही सधुआ गांव का रहने वाला है। तीनों को एसटीएफ की मदद से परबत्ता थानाध्यक्ष शिव कुमार और नवगछिया थानाध्यक्ष संजय कुमार सुधांशु ने विक्रमशिला सेतु से गिरफ्तार किया।
इस पुलिस जिला के एसपी पंकज सिन्हा ने प्रेस वार्ता कर बताया कि गिरफ्तार सुमित यादव कुख्यात मोती यादव का भाई है और कुख्यात डिंपल यादव उसका दाहिना हाथ है। विकास बरामद गाड़ी का चालक है। तीनों लग्जरी गाड़ी मारुति सुजुकी वेन्जा से घूम रहे थे। गाड़ी से पिस्तौल, कारतूस, शराब की तीन बोतलें मिली हैं। जब्त गाड़ी नवगछिया थाना क्षेत्र के रसलपुर निवासी टीएन यादव के बहनोई मधेपुरा निवासी रमण कुमार की है। रमण कुमार पेशे से चिकित्सक हैं। इस संबंध में अलग से एक प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। इसमें वाहन मालिक सहित चालक को नामजद किया जाएगा। बताते चलें कि टीएन यादव नवगछिया नगर पंचायत का उप मुख्य पार्षद है। हाल ही में वह श्रीपुर निवासी पैक्स अध्यक्ष दोरागी सिंह हत्याकांड में जेल से जमानत पर बाहर आया है।
एसपी पंकज सिन्हा ने बताया कि कुख्यात मोती गिरोह के डिंपल यादव पर कुल नौ संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें से पांच कांडों में वह वांछित है। तीन कांडों में फरार चल रहा था। कुख्यात सुमित यादव पर भी नौ संगीन मामले दर्ज हैं। पांच केस में वह वांछित है। 2010 से ही सुमित यादव का आपराधिक इतिहास रहा है।
कई हत्याकाडों को अंजाम दे चुके हैं डिंपल और सुमित
पांच जुलाई 2014 को सधुआ निवासी सिकंदर यादव की गांव में ही विवाह के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सिकंदर के पिता जगदीश यादव के बयान पर प्राथमिकी हुई थी, जिसमें मुख्य आरोपित डिंपल यादव और सुमित यादव थे। 16 जून 2015 को कटरिया स्टेशन के पास कुख्यात अपराधी भगता मंडल के चचेरे भाई भोला मंडल की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्या की प्राथमिकी मृतक के पिता उपेंद्र मंडल के बयान पर रंगरा चौक ओपी में दर्ज की गई थी। इसमें भी डिंपल यादव और सुमित यादव को नामजद किया गया था। केस की पैरवी कर घर लौटते वक्त भोला मंडल की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में भी दोनों आरोपित हैं। नौ अगस्त 2017 को गोपालपुर के डिमाहा निवासी किशन कुमार की हत्या अपहरण के बाद कर दी गई थी। मृतक के पिता जग्रनाथ यादव के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में सुमित यादव और डिंपल यादव दोनों नामजद आरोपित थे।
पैक्स अध्यक्ष चापर निवासी राजेश्वर यादव पर जानलेवा हमला, सधुआ निवासी विनोद सिंह पर गोलीबारी, सधुआ निवासी हीरालाल मंडल व उसके पिता पर जानलेवा हमला, प्रमुख शीला देवी के जुलूस पर गोलीबारी करने के मामले में भी दोनों आरोपित हैं। भाई बुदला यादव की हत्या बाद डिंपल यादव अपराध की दुनिया में उतरा। गांव में ही ताश खेलने के दौरान भगता मंडल ने बुदला मंडल की गोली मार कर हत्या कर दी थी।
पैक्स अध्यक्ष चापर निवासी राजेश्वर यादव पर जानलेवा हमला, सधुआ निवासी विनोद सिंह पर गोलीबारी, सधुआ निवासी हीरालाल मंडल व उसके पिता पर जानलेवा हमला, प्रमुख शीला देवी के जुलूस पर गोलीबारी करने के मामले में भी दोनों आरोपित हैं। भाई बुदला यादव की हत्या बाद डिंपल यादव अपराध की दुनिया में उतरा। गांव में ही ताश खेलने के दौरान भगता मंडल ने बुदला मंडल की गोली मार कर हत्या कर दी थी।
एसपी पंकज सिन्हा ने बताया कि मोती यादव की अपराध से अर्जित की गई चल-अचल संपत्ति भी जब्त की जाएगी। मोती और उसके परिवार की आय का अब तक कोई भी ज्ञात श्रोत नहीं है। फिर भी उसकी संपत्ति में तेजी से वृद्धि हो रही है। अपराध से अर्जित संपत्ति के बारे में पुलिस पता कर रही है। बहुत सी संपत्ति के बारे में पता चल चुका है, जिसे जब्त करने के लिए आर्थिक अपराध शाखा को प्रस्ताव भेजा जाएगा।