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मोदी को वक्त से पहले बजट लाने से रोको: 16 पार्टियों ने राष्ट्रपति को लिखा

नई दिल्ली। कांग्रेस समेत भारत की 16 बड़ी राजनैतिक पार्टियां मोदी को वक्त से पहले बजट लाने से रोकना चाहतीं हैं। उनका आरोप है कि वक्त से पहले बजट
पेश करके मोदी उसका चुनावी फायदा उठाना चाहते हैं। पार्टी प्रमुखों ने भारत के राष्ट्रपति महोदय एवं मुख्य चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अपनी मांग रखी है।
बता दें कि संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने मंगलवार (3 जनवरी) को फैसला किया था कि बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो जाएगा और फिर 1 फरवरी को वित्त मंत्री अरुण जेटली बजट पेश कर देंगे। इसका मतलब साफ है कि इस बार बजट तय समय से लगभग 3 हफ्ते पहले लाया जाएगा। बजट सत्र आम तौर पर फरवरी के तीसरे सप्ताह में शुरू होता है और बजट लगभग 28 फरवरी के आस-पास प्रस्तुत किया जाता है।
विपक्षी पार्टियों ने यह पत्र पिछले हफ्ते भेजा था। इसमें केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाए गए हैं। विपक्षी पार्टियां का मानना है कि सरकार लोगों को राज्य में होने वाले चुनावों में लुभाने के लिए नई स्कीम ला सकती है। पत्र में आगे कहा गया है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए सरकार को जल्दी बजट लाने से रोका जाना चाहिए।
इतना ही नहीं पत्र में साल 2012 का भी जिक्र किया गया है। लिखा गया है कि तब भी उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में चुनाव थे, लेकिन यूपीए सरकार ने बजट को 16 मार्च तक के लिए आगे बढ़ा दिया था। जिन लोगों ने पत्र पर साइन किए हैं उनमें राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, सीपीआई(एम) के सीताराम येचुरी, सपा के राम गोपाल यादव और जेडयू के शरद यादव शामिल हैं। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि जल्दी बजट आने से चुनाव में होने वाले मतदान पर प्रभाव पड़ना तय है।