नई दिल्ली: इस वक्त की बड़ी खबर. 2.5 लाख से ज्यादा जमा करने वालों को इनकम टैक्स ने नोटिस भेजना शुरू किया. हेराफेरी के संदिग्ध लोगों को नोटिस भेजा जा रहा है. इनकम टैक्स ने पैसों की जानकारी का ब्योरा मांगा है. दो साल के इनकम टैक्स रिटर्न की कॉपी मांगी है.
आयकर विभाग ने ऐसे लोगों को नोटिस भेजना शुरू कर दिया है, जिनके अकाउंट में नोटबंदी के बाद से बड़ी रकम जमा हो रही है. दरअसल आयकर विभाग ने ये कार्रवाई इसलिए शुरू की है क्योंकि कई खातों में अचानक से ढाई लाख रुपये की रकम आई है.
नोटबंदी के बाद
आयकर विभाग की सख्ती शुरू
9 नवंबर से 500, हजार रुपये के पुराने नोट बंद होने के बाद अब इऩकम टैक्स डिपार्टमेंट ने भी सख्ती शुरू कर दी है . नोटबंदी के बाद से ही आयकर विभाग बैंक अकाउंट में बड़ी राशि जमा किए जाने नजर रख रहा है, लेकिन अब आयकर विभाग की ओर से ऐसे लोगों को नोटिस जा रहा है, जिनके खातों में संदिग्ध ट्रांजैक्शन हुए हैं . ये नोटिस उन लोगों को दिए गए हैं जिनके अकाउंट में 8 नवंबर के बाद ढाई लाख रुपये से ज्यादा की कैश रकम जमा हुई है .
इस नोटिस में आयकर विभाग ने जमा रकम और जमा किए रकम की तारीख का जिक्र करते हुए पैसे के स्रोत के बारे में पूछा है . सबूत के तौर पर दस्तावेज मांगे हैं . साथ ही आयकर विभाग ने ऐसे लोगों से पिछले दो साल के इनकम टैक्स रिटर्न की कॉपी जमा करने को कहा है.
दरअसल नोटबंदी के बाद से कई लोग काला धन बैंक अकाउंट में जमा करा रहे हैं . आयकर विभाग ने बैंकों और पोस्ट ऑफिस से 50 हजार और उससे ऊपर की जमा होने वाली राशि पर जानकारी देने को कह रखा है . आयकर विभाग ने ऐसे ही संदिग्ध लेन-देन का उदाहरण भी दिया है .
कर्नाटक के मैंगलोर में एक कोऑपरेटिव बैंक में रजिस्टर्ड पांच सोसायटी ने 8 करोड़ रुपये के पुराने नोट बदलवाए थे . जिसके बाद से आयकर विभाग और सतर्क हो गई .
आयकर विभाग रियल एस्टेट कारोबारियों, ज्वैलर्स और संदिग्ध हवाला कारोबारियों पर भी कड़ी नजर रखे हुए हैं . इतना ही नहीं कई चैरिटेबल ट्रस्ट और मंदिर ट्रंस्ट को भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट नोटिस भेज चुका है .