नई दिल्ली- मार्केट में रिलायंस ‘जियो’ सिम की कालाबाजारी शुरू हो गई है। सिम लेने के लिए खासतौर से युवा वर्ग ज्यादा उत्साहित है। ऐसे में विक्रेता भी मौके का फायदा उठाकर फ्री में मिलने वाले सिम को
300 से 1500 रुपये में बेच रहे हैं।
300 से 1500 रुपये में बेच रहे हैं।
कंपनी अधिकारियों ने शिकायत मिलने पर कई विक्रेताओं के सिम एक्टिवेशन राइट छिन लिए हैं। मार्केट में रिलायंस जियो के आने के बाद क्रांति आ गई है।
कंपनी द्वारा फ्री इंटरनेट और कॉलिंग की सुविधा दिए जाने पर सिम लेने के लिए मारामारी मची हुई है जबकि कंपनी ये सिम फ्री दे रही है। गाजियाबाद टेलीकॉम एसोसिएशन के सचिव ललित शर्मा ने बताया कि मार्केट में बढ़ी डिमांड को देखते हुए कुछ विक्रेता फायदा भी उठा रहे हैं।
जल्द बायोमैट्रिक मशीन से होगा सत्यापन
विक्रेता ग्राहकों को सिम 300 से 1500 रुपये में दे रहे हैं। ग्राहक भविष्य का फायदा देखकर सिम को खरीद भी रहे हैं। वहीं जब ये शिकायतें कंपनी अधिकारियों के पास पहुंची तो उन्होंने छापा मारा।
विक्रेता ग्राहकों को सिम 300 से 1500 रुपये में दे रहे हैं। ग्राहक भविष्य का फायदा देखकर सिम को खरीद भी रहे हैं। वहीं जब ये शिकायतें कंपनी अधिकारियों के पास पहुंची तो उन्होंने छापा मारा।
विक्रेता खुलेआम ये गोरखधंधा कर रहे हैं। कंपनी ने कुछ विक्रेताओं पर कार्रवाई भी की है। उन्होंने बताया कि सिम एक्टिवेशन में काफी समय लग रहा है, क्योंकि कस्टमर जो आईडी देते हैं, उसको चेक किया जाता है।
इस समस्या से निपटने के लिए कंपनी बायोमैट्रिक मशीन भी विक्रेताओं को देगी। जिन कस्टमर का आधार कार्ड बना होगा वह मशीन में अपना अंगूठा लगाएंगे। इसके बाद कस्टमर की पूरी डिटेल कंपनी के पास पहुंच जाएगी। इससे एक्टिवेशन तेजी से होंगे। [एजेंसी]