नवगछिया, भागलपुर (नवबिहार न्यूज नेटवर्क)। भागलपुर जिला अंतर्गत नवगछिया में बाढ़ के कारण व्यवहार न्यायालय की कार्यवाही बाधित हो गई है। जिसकी वजह से कोर्ट का संचालन भी नहीं
हो पा रहा है। वहीं कोर्ट संचालन से ज्यादा जरूरी न्यायिक अधिकारियों का ध्यान डैमेज कंट्रोल पर है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद माधव ने कहा कि अचानक बाढ़ का पानी नवगछिया के न्यायालय और क्वार्टर में आठ-नौ फीट बह रहा है। न्यायिक अधिकारी व कर्मचारी एक तरह से सड़क पर आ गए हैं। ऐसी परिस्थिति में कोर्ट की कार्रवाई की कल्पना कैसे की जा सकती है।
जिला जज ने कहा कि इस परिस्थिति में कोर्ट की कार्रवाई से ज्यादा प्रमुखता संपत्ति का बचाव करना है। कुछ रिकार्ड को तो निकाला गया है। लेकिन काफी रिकार्ड पानी में भीग गए हैं। जिन्हें दुरुस्त करना है। उन्होंने कहा कि एसवेस्टस परिसर वाले कोर्ट में ज्यादा डैमेज हुआ है। हालांकि पानी हटने के बाद ही उसका सही आकलन हो पाएगा।
जिला जज ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के बावजूद न्यायिक अधिकारी या कर्मचारियों को मुख्यालय (नवगछिया) नहीं छोड़ने का निर्देश दिया गया है। बगैर सूचना के कार्य क्षेत्र छोड़कर जाने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में पटना उच्च न्यायालय को प्रतिदिन रिपोर्ट भेजी जा रही है। हाइकोर्ट भी स्थिति पर नजर रख रहा है।
उन्होंने कहा कि न्यायालय न्याय का पक्षधर होता है न कि किसी को परेशान करने का। बाढ़ पीड़ितों की स्थिति को ध्यान में रखकर कोर्ट उनके अनुरूप कार्य का निष्पादन करेगा। बुधवार को न्यायालय का कार्य निष्पादन के बाद जिला जज ने नवगछिया जाकर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।