नवगछिया, भागलपुर (नवबिहार न्यूज नेटवर्क): जन्माष्टमी के मौके पर आखिरकार गंगा नदी भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत बने गंगा प्रसाद जमींदारी बाँध को लक्ष्मीपुर लोहा पुल के समीप तोड़ते हुए गोसाईंगांव स्थित श्रीकृष्ण मंदिर तक
पहुँच ही गयी। फिलहाल पूरा गोसाईंगांव गंगा नदी के आगोश में है। जहां ग्रामीणों और बुजुर्गों का मानना है कि भगवान श्री कृष्ण के चरण स्पर्श के लिये जन्माष्टमी के मौके पर ही गंगा मैया स्वयं बहती हुई गोसाईंगांव तक आ पहुंची है। मानना तो यहां तक है कि लीलाधारी भगवान श्रीकृष्ण के चरण स्पर्श के बाद गंगा मैया स्वतः वापस भी चली जायेगी।फिलहाल जहां गोसाईंगांव के कुछ लोग गंगा मैया के श्रीकृष्ण मंदिर तक पहुंचने से उत्साहित हैं, वहीँ इसी गाँव के गरीब और किसी तरह से जीवन गुजारने वाले लोग इस बाढ़ से खासे परेशान भी नजर आ रहे हैं। जिनके साथ साथ और भी कई गाँव के लोगों के बीच तबाही मच गयी है।
बताते चलें कि बीती आधी रात से ही जन्माष्टमी का उत्सव गोसाईंगांव सहित पूरे नवगछिया अनुमंडल में विभिन्न जगहों पर मनाया जा रहा है। इसी क्रम में आधी रात के बाद ही जोरों की हवा तूफ़ान की तरह चली और इसके साथ ही शुरू हो गयी भीषण वर्षा। जिसकी वजह से पकरा गाँव से सटे लक्ष्मीपुर के रास्ते में बने लोहा पुल के समीप पुराने गंगा प्रसाद जमींदारी बाँध को गंगा नदी ने ध्वस्त कर दिया। इसके बाद ही हहराती और घहराती हुई गंगा मैया गोसाईंगांव तक आ पहुंची है।