ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

वाह रे नवगछिया का घेवर, मांग का चढ़ा तेवर


राजेश कानोडिया, नवगछिया। 
यों तो नवगछिया में महाराज जी के शुद्ध घी की बनी घेवर की मांग और बिक्री पहली जनवरी से ही जारी है। जिसकी मांग इस समय अपने पूरे परवान पर चढ़ी हुई है। इस घेवर कि मांग कई जिलों से लगातार आ रही है। जिसे किसी नजदीकी रिस्तेदार या परिचित से बाहरी लोग भी इसे मँगवाते हैं।

घेवर बड़ी और गोल आकार की एक राजस्थानी मिठाई है। जो मैदे, घी और चीनी की चासनी से बनायी जाती है। यह मिठाई इतनी स्वादिष्ट लगती है कि इसके सामने सारी मिठाई फीकी पड़ जाती है।

घेवर एक राजस्‍थानी मिठाई है जो कि मैदे से बनाई जाती है। यह गोल आकार का होता है जो कि घी, मैदे और चाश्‍नी से बनाया जाता है । यह छप्पन भोग के अंतर्गत एक प्रसिद्ध मिठाई है। जो देखने में मधुमक्खी के छत्ते की तरह लगती है। 

नया साल आते ही इसकी मांग के साथ इसका निर्माण भी शुरू हो जाता है। जो मकर संक्रांति के मौके पर पूरे परवान पर रहता है। जिसे सभी होटल में भी बनाया जाता है। इसके बावजूद महाराज जी के होटल में बनी घेवर का स्वाद ही निराला होता है। जिसका कारण है शुद्ध घी में निर्माण करना। जहां मीठी घेवर की कीमत पिछले कई सालों से 300 रुपये किलो तथा फीकी घेवर की कीमत 500 रुपये किलो चल रही है।