जिम्बाव्वे के खिलाफ जीत के लिए जरूरी 229 रन के लक्ष्य का पीछा
करते हुए भारतीय टीम ने 44.5 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 230 रन बना
लिए। इसमें कप्तान विराट कोहली
के 115 रन का महत्वपूर्ण योगदान शामिल हैं। कोहली ने 13 चौके और एक छक्का भी लगाया। कोहली का वन-डे करियर में यह 15वां शतक है।
जिम्बाव्वे के खिलाफ जीत के लिए जरूरी 229 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 44.5 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 230 रन बना लिए। इसमें कप्तान विराट कोहली के 115 रन का महत्वपूर्ण शतक शामिल हैं। कोहली ने 13 चौके और एक छक्का लगाया। अपने करियर का पहला वन-डे खेल रहे अंबाती रायडू ने 63 रन बनाए। रोहित शर्मा 20, शिखर धवन 17, सुरेश रैना 0 और दिनेश कार्तिक ने नाबाद 8 रन बनाए।
पाकिस्तान के सियालकोट में जन्मे सलामी बल्लेबाज रजा ने 112 गेंद में छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 82 रन की पारी खेली। उन्होंने वुशी सिबांडा (34) के साथ पहले विकेट के लिए 72 रन भी जोड़े। एल्टन चिगुंबुरा (34 गेंद में नाबाद 43) ने अंतिम ओवरों में तेजी से रन बटोरते हुए जिम्बाब्वे को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया।
दो साल से भी अधिक समय बाद वनडे खेल रहे लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने भारत की तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने 43 रन देकर तीन विकेट चटकाए। बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा ने भी किफायती गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 33 रन दिए, लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली।
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, लेकिन रजा और सिबांडा (34) ने पहले विकेट के लिए 72 रन जोड़कर जिम्बाब्वे को धीमी, लेकिन सतर्क शुरुआत दिलाई। रजा और सिबांडा ने धीमी बल्लेबाजी की, लेकिन भारतीय गेंदबाजों को 22वें ओवर तक सफलता से महरूम रखा। दोनों ने 10 ओवर में सिर्फ 27 रन जोड़े और इस दौरान एक-एक चौका मारा।
विनय कुमार कुमार ने पांच ओवर के अपने पहले स्पैल में 12, जबकि मोहम्मद समी ने चार ओवर में सिर्फ 13 रन खर्च किए। रजा ने इसके बाद जडेजा पर दो चौके मारे और पदार्पण कर रहे जयदेव उनादकट की गेंद पर एक रन के साथ 16वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया।
भारतीय टीम की कमान विराट कोहली के हाथों में है। नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को चैम्पियंस ट्रॉफी और वेस्टइंडीज दौरे के बाद आराम दिया गया है। इसके अलावा कई अन्य प्रमुख खिलाड़ियों को भी आराम दिया गया है।
भारत ने इससे पहले जून 2010 में जिम्बाब्वे दौरा किया था और त्रिकोणीय शृंखला में हिस्सा लिया था, लेकिन वह फाइनल में नहीं पहुंच सकी थी। सुरेश रैना के नेतृत्व में खेल रही भारतीय टीम को जिम्बाब्वे के हाथों दोनों मैचों में हार मिली थी।
रजा को 28 रन के निजी स्कोर पर जीवनदान मिला, जब जडेजा की गेंद पर कप्तान विराट कोहली ने स्लिप में उनका आसान कैच टपका दिया। मिश्रा ने सिबांडा को पगबाधा आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई। उन्होंने 72 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके मारे। सीन विलियम्स (15) और हैमिल्टन मसाकाद्जा (11) अधिक देर नहीं टिक सके। विलियम्स को सुरेश रैना, जबकि मसाकाद्जा को मिश्रा ने बोल्ड किया।
रजा ने इस बीच मिश्रा की गेंद को एक्सट्रा कवर पर एक रन के लिए खेलकर 88 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। जिम्बाब्वे ने 36वें ओवर में अनिवार्य पावर प्ले लिया। रजा ने विनय कुमार को निशाना बनाया और उन पर दो छक्के और एक चौका जड़ा। ब्रैंडन टेलर (12) ने उनादकट पर चौका जड़ा, लेकिन इस तेज गेंदबाज ने जिम्बाब्वे के कप्तान को डीप स्क्वायर लेग पर रैना के हाथों कैच कराकर अपना पहला वनडे विकेट हासिल किया।
जिम्बाब्वे ने पावर प्ले के पांच ओवर में 39 रन जोड़े और एक विकेट गंवाया। मोहम्मद समी ने गेंदबाजी आक्रमण में वापसी करते हुए पहली गेंद पर ही मैल्कम वालेर (2) को बोल्ड करके जिम्बाब्वे को पांचवां झटका दिया। जिम्बाब्वे को मजबूत स्कोर तक पहुंचाने का दारोमदार अब रजा के कंधे पर आ गया, लेकिन वह मिश्रा की गुगली को चूककर बोल्ड हो गए। उन्होंने 112 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के मारे।
चिगुंबुरा ने इसके बाद 34 गेंद में छह चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 43 रन बनाकर जिम्बाब्वे को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। मेजबान टीम ने अंतिम 15 ओवर में 101 रन जोड़े। इससे पहले भारत की ओर से उनादकट के अलावा अंबाती रायुडू को भी वनडे क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिला।
के 115 रन का महत्वपूर्ण योगदान शामिल हैं। कोहली ने 13 चौके और एक छक्का भी लगाया। कोहली का वन-डे करियर में यह 15वां शतक है।
जिम्बाव्वे के खिलाफ जीत के लिए जरूरी 229 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 44.5 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 230 रन बना लिए। इसमें कप्तान विराट कोहली के 115 रन का महत्वपूर्ण शतक शामिल हैं। कोहली ने 13 चौके और एक छक्का लगाया। अपने करियर का पहला वन-डे खेल रहे अंबाती रायडू ने 63 रन बनाए। रोहित शर्मा 20, शिखर धवन 17, सुरेश रैना 0 और दिनेश कार्तिक ने नाबाद 8 रन बनाए।
पाकिस्तान के सियालकोट में जन्मे सलामी बल्लेबाज रजा ने 112 गेंद में छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 82 रन की पारी खेली। उन्होंने वुशी सिबांडा (34) के साथ पहले विकेट के लिए 72 रन भी जोड़े। एल्टन चिगुंबुरा (34 गेंद में नाबाद 43) ने अंतिम ओवरों में तेजी से रन बटोरते हुए जिम्बाब्वे को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया।
दो साल से भी अधिक समय बाद वनडे खेल रहे लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने भारत की तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने 43 रन देकर तीन विकेट चटकाए। बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा ने भी किफायती गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 33 रन दिए, लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली।
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, लेकिन रजा और सिबांडा (34) ने पहले विकेट के लिए 72 रन जोड़कर जिम्बाब्वे को धीमी, लेकिन सतर्क शुरुआत दिलाई। रजा और सिबांडा ने धीमी बल्लेबाजी की, लेकिन भारतीय गेंदबाजों को 22वें ओवर तक सफलता से महरूम रखा। दोनों ने 10 ओवर में सिर्फ 27 रन जोड़े और इस दौरान एक-एक चौका मारा।
विनय कुमार कुमार ने पांच ओवर के अपने पहले स्पैल में 12, जबकि मोहम्मद समी ने चार ओवर में सिर्फ 13 रन खर्च किए। रजा ने इसके बाद जडेजा पर दो चौके मारे और पदार्पण कर रहे जयदेव उनादकट की गेंद पर एक रन के साथ 16वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया।
भारतीय टीम की कमान विराट कोहली के हाथों में है। नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को चैम्पियंस ट्रॉफी और वेस्टइंडीज दौरे के बाद आराम दिया गया है। इसके अलावा कई अन्य प्रमुख खिलाड़ियों को भी आराम दिया गया है।
भारत ने इससे पहले जून 2010 में जिम्बाब्वे दौरा किया था और त्रिकोणीय शृंखला में हिस्सा लिया था, लेकिन वह फाइनल में नहीं पहुंच सकी थी। सुरेश रैना के नेतृत्व में खेल रही भारतीय टीम को जिम्बाब्वे के हाथों दोनों मैचों में हार मिली थी।
रजा को 28 रन के निजी स्कोर पर जीवनदान मिला, जब जडेजा की गेंद पर कप्तान विराट कोहली ने स्लिप में उनका आसान कैच टपका दिया। मिश्रा ने सिबांडा को पगबाधा आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई। उन्होंने 72 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके मारे। सीन विलियम्स (15) और हैमिल्टन मसाकाद्जा (11) अधिक देर नहीं टिक सके। विलियम्स को सुरेश रैना, जबकि मसाकाद्जा को मिश्रा ने बोल्ड किया।
रजा ने इस बीच मिश्रा की गेंद को एक्सट्रा कवर पर एक रन के लिए खेलकर 88 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। जिम्बाब्वे ने 36वें ओवर में अनिवार्य पावर प्ले लिया। रजा ने विनय कुमार को निशाना बनाया और उन पर दो छक्के और एक चौका जड़ा। ब्रैंडन टेलर (12) ने उनादकट पर चौका जड़ा, लेकिन इस तेज गेंदबाज ने जिम्बाब्वे के कप्तान को डीप स्क्वायर लेग पर रैना के हाथों कैच कराकर अपना पहला वनडे विकेट हासिल किया।
जिम्बाब्वे ने पावर प्ले के पांच ओवर में 39 रन जोड़े और एक विकेट गंवाया। मोहम्मद समी ने गेंदबाजी आक्रमण में वापसी करते हुए पहली गेंद पर ही मैल्कम वालेर (2) को बोल्ड करके जिम्बाब्वे को पांचवां झटका दिया। जिम्बाब्वे को मजबूत स्कोर तक पहुंचाने का दारोमदार अब रजा के कंधे पर आ गया, लेकिन वह मिश्रा की गुगली को चूककर बोल्ड हो गए। उन्होंने 112 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के मारे।
चिगुंबुरा ने इसके बाद 34 गेंद में छह चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 43 रन बनाकर जिम्बाब्वे को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। मेजबान टीम ने अंतिम 15 ओवर में 101 रन जोड़े। इससे पहले भारत की ओर से उनादकट के अलावा अंबाती रायुडू को भी वनडे क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिला।