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मिड डे मील मामले में मीना गिरफ्तार

बिहार के सारण में मिड डे मील से 23 बच्चों की मौत के मामले में फरार चल रही स्कूल की प्रिसिंपल मीना कुमारी
को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले मीना कुमारी के सरेंडर किए जाने की खबरें थीं। बिहार के डीजीपी अभयानंद ने कहा मीना कुमारी को गिरफ्तार किया गया है, उन्होंने सरेंडर नहीं किया है। नौकरी से सस्पेंड मीना घटना के बाद से ही अपने पति के साथ फरार चल रही थीं। सोमवार को मीना के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी कर दिया गया था। पुलिस मीना कुमारी से पूछताछ कर रही है।
अब सामने आएगा सच?:
मीना कुमारी के पुलिस के शिकंजे में आने से अब इस मामले में कई चीजों से पर्दा उठने की संभावना है। गौरतलब है कि फॉरेंसिंक रिपोर्ट में मिड-डे मील में जहर की पुष्टि हुई थी। इसके बाद इस पर राजनीति तेज हो गई थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो इस घटना को बीजेपी और आरजेडी की साजिश करार दिया था। यही नहीं इससे पहले बिहार के शिक्षा मंत्री पी. के. शाही ने भी इस घटना के पीछे आरजेडी का हाथ होने की इशारा किया था।
मीना के खिलाफ पुलिस पहले ही हत्या और आपराधिक साजिश रचने से जुड़ी धाराओं में एफआईआर दर्ज कर चुकी है। प्रिंसिपल मीना देवी और उनके पति अर्जुन राय की तलाश में पिछले एक हफ्ते से कई जगहों पर दबिश दी गई थी, लेकिन पुलिस को उन्हें पकड़ने में कामयाबी नहीं मिल पा रही थी।

पुलिस ने मीना कुमारी पर शिकंजा कसने के लिए अरेस्ट वॉरंट निकालने के लिए साथ ही प्रॉपर्टी की कुर्की की तैयारी भी शुरू कर दी थी। इसके लिए प्रिंसिपल के घर पर बुधवार सुबह नोटिस भी चिपका दिया गया था। सारण के एसपी सुजीत कुमार ने बताया था कि अगर मीना कुमार सरेंडर नहीं करती हैं, तो उनकी प्रॉपर्टी सील कर दी जाएगी।
सारण के कमिश्नर शशि शेखर शर्मा और डीआईजी विनोद कुमार ने सरकार को सौंपी अपनी रिपोर्ट में मिड-डे मील से बच्चों की मौत के लिए स्कूल की प्रिंसिपल को जिम्मेदार बताया था। बिहार सरकार इस मामले में ब्लॉक एजुकेशन एक्सटेंशन अफसर सत्येंद्र कुमार सिंह को भी सर्विस से बर्खास्त कर चुकी है। सत्येंद्र वह शख्स हैं, जिनपर घटना से संबंधित स्कूल में मिडडे मील योजना की मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी थी।