खगडिया शहर के लक्ष्मी सिनेमा हाल के पीछे एक विवादित जमीन को लेकर दो
पक्षों के बीच शुक्रवार को विवाद बढ़ गया। देखते-देखते स्थिति बेकाबू हो
गई। रह-रहकर दोनों पक्षों के बीच रोड़ेबाजी भी होती रही। कुछ असामाजिक
तत्वों ने
राजेन्द्र चौक पर दुकानों में तोड़फोड़ भी की। रोड़ेबाजी से जख्मी विश्वनाथगंज के मु. जैनुल को उपचार हेतु सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, हवाई फायरिंग की। यद्यपि, फायरिंग की अब तक अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
डीएम सैयद परवेज आलम, एसपी शिवकुमार झा, सदर एसडीओ सुशील कुमार, सदर एसडीपीओ राजीव रंजन समेत प्रशासन व पुलिस के अन्य अधिकारी स्थिति को सामान्य बनाने में दिन भर जुटे रहे। मुंगेर के डीआइजी सुधांशु कुमार भी खगड़िया पहुंचे। भागलपुर के आयुक्त मिन्हाज आलम भी खगड़िया पहुंचे। अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया। विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
एसपी के अनुसार स्थिति पर काबू पाने को लेकर हाई एलर्ट घोषित किया गया है। गश्त तेज कर दी गई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अफवाह फैलाने वालों की सूचना दें ताकि उपद्रवी तत्वों को शहर का अमन-चैन बिगाड़ने का मौका नहीं मिले।
सूत्रों के अनुसार एक पक्ष विवादित जमीन को कब्रिस्तान बताकर वहां एक शव को दफनाने पर आमादा था। जबकि दूसरे पक्ष का कहना था कि उक्त जमीन पर मामला न्यायालय में लंबित है। इसको लेकर दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया। शहर व आसपास का इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।
राजेन्द्र चौक पर दुकानों में तोड़फोड़ भी की। रोड़ेबाजी से जख्मी विश्वनाथगंज के मु. जैनुल को उपचार हेतु सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, हवाई फायरिंग की। यद्यपि, फायरिंग की अब तक अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
डीएम सैयद परवेज आलम, एसपी शिवकुमार झा, सदर एसडीओ सुशील कुमार, सदर एसडीपीओ राजीव रंजन समेत प्रशासन व पुलिस के अन्य अधिकारी स्थिति को सामान्य बनाने में दिन भर जुटे रहे। मुंगेर के डीआइजी सुधांशु कुमार भी खगड़िया पहुंचे। भागलपुर के आयुक्त मिन्हाज आलम भी खगड़िया पहुंचे। अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया। विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
एसपी के अनुसार स्थिति पर काबू पाने को लेकर हाई एलर्ट घोषित किया गया है। गश्त तेज कर दी गई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अफवाह फैलाने वालों की सूचना दें ताकि उपद्रवी तत्वों को शहर का अमन-चैन बिगाड़ने का मौका नहीं मिले।
सूत्रों के अनुसार एक पक्ष विवादित जमीन को कब्रिस्तान बताकर वहां एक शव को दफनाने पर आमादा था। जबकि दूसरे पक्ष का कहना था कि उक्त जमीन पर मामला न्यायालय में लंबित है। इसको लेकर दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया। शहर व आसपास का इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।