बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता
दल यू सरकार भाजपा का साथ छोड़ने के बाद बुधवार को विधानसभा में बहुमत का दावा पेश करेगी। इस सिलसिले
में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा के
विशेष अधिवेशन में विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे जिस पर बहस के बाद आवश्यक हुआ तो मतदान होगा।
बिहार विधानसभा की जो तस्वीर है उससे लग रहा है कि नीतीश कुमार सदन का विश्वास प्राप्त करने में सफल हो जाएंगे। 243 सदस्यों वाली विधानसभा में जदयू के 118 सदस्य हैं जबकि उसे चार निर्दलियों का समर्थन मिल चुका है। रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा के एक मात्र सदस्य जाकिर हुसैन खान ने भी नीतीश के समर्थन की घोषणा की है। बहुमत के लिए नीतीश सरकार को 122 सदस्यों के समर्थन की दरकार है।
विधानसभा में अभी तक विपक्ष की भूमिका अदा कर रहे राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आशा के अनुरूप सरकार के विरोध में मतदान की घोषणा की है। जबकि नीतीश की राह आसान करने के लिए कांग्रेस ने परोक्ष सहयोग की मंशा जाहिर की है। पार्टी विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने मतदान में भाग न लेने की घोषणा की है। चार सदस्यों वाली कांग्रेस के इस कदम से बहुमत का आंकड़ा घट जाएगा। एक अन्य निर्दलीय विधायक दिलीप वर्मा ने नरेंद्र मोदी को देश की आवश्यकता बताते हुए नीतीश सरकार के खिलाफ मतदान करने की घोषणा की है। जबकि बाकी बची निर्दलीय विधायक ज्योति रश्मि ने मतदान को लेकर अभी तक अपना पक्ष स्पष्ट नहीं किया है। हालांकि उनके पति प्रदीप जोशी ने कहा है कि अगर नीतीश सरकार शराब बिक्री पर रोक लगाने की घोषणा करे तो ज्योति सरकार के पक्ष में मतदान कर सकती हैं।
विशेष अधिवेशन में विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे जिस पर बहस के बाद आवश्यक हुआ तो मतदान होगा।
बिहार विधानसभा की जो तस्वीर है उससे लग रहा है कि नीतीश कुमार सदन का विश्वास प्राप्त करने में सफल हो जाएंगे। 243 सदस्यों वाली विधानसभा में जदयू के 118 सदस्य हैं जबकि उसे चार निर्दलियों का समर्थन मिल चुका है। रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा के एक मात्र सदस्य जाकिर हुसैन खान ने भी नीतीश के समर्थन की घोषणा की है। बहुमत के लिए नीतीश सरकार को 122 सदस्यों के समर्थन की दरकार है।
विधानसभा में अभी तक विपक्ष की भूमिका अदा कर रहे राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आशा के अनुरूप सरकार के विरोध में मतदान की घोषणा की है। जबकि नीतीश की राह आसान करने के लिए कांग्रेस ने परोक्ष सहयोग की मंशा जाहिर की है। पार्टी विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने मतदान में भाग न लेने की घोषणा की है। चार सदस्यों वाली कांग्रेस के इस कदम से बहुमत का आंकड़ा घट जाएगा। एक अन्य निर्दलीय विधायक दिलीप वर्मा ने नरेंद्र मोदी को देश की आवश्यकता बताते हुए नीतीश सरकार के खिलाफ मतदान करने की घोषणा की है। जबकि बाकी बची निर्दलीय विधायक ज्योति रश्मि ने मतदान को लेकर अभी तक अपना पक्ष स्पष्ट नहीं किया है। हालांकि उनके पति प्रदीप जोशी ने कहा है कि अगर नीतीश सरकार शराब बिक्री पर रोक लगाने की घोषणा करे तो ज्योति सरकार के पक्ष में मतदान कर सकती हैं।