उत्तराखंड में बारिश से भारी तबाही मची है।
हम आपको उत्तराखंड से जुड़ी ताजा अपडेट दे रहे हैं। सेना और आईटीबीपी से
जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। लेकिन जो तस्वीर उभरकर आ रही है वो बेहद
दर्दनाक है।
-उत्तराखंड
सरकार के सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि केदारनाथ यात्रा शुरू होने
में 2 से 3 साल लग सकते हैं। कुछ गांवों में पहुंचने तक 2 से 3 हफ्ते लग
सकते हैं। कई गांव पानी में बहकर पूरी तरह खत्म हो गए हैं।
-प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी देहरादून पहुंचे।
-सुशील
कुमार शिंदे: दो बजे पीएम और सोनिया जी केदारनाथ जाएंगे। आईटीबीपी और
एनडीआरएफ चार हजार लोगों को बचाया है। आईटीबीपी के तीन से चार बटालियन काम
कर रहे हैं। आईटीबीपी ने 6400 लोगों को आश्रय दिया है। 11 हजार 400 लोगों
को बजाया था। पांच हजार को आर्मी ने रेस्क्यू किया गया। 7 हजार लोग अभी भी
फंसे हुए हैं। गौरी कुंड से गुप्त काशी तक लाया जा रहा है। कंट्रोल सेंटर
बद्रीनाथ में बनाया गया है। उत्तराखंड के सीएम के बात कर रहा हूं। आज वो
केदारनाथ गए हैं। पीड़ितों को फूड पैकेट दिए जा रहे हैं। हेलिकॉप्टर से
निकालने का प्रयास जारी है।
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अजय चड्ढा, आईटीबीपी डीजी: गोविंदघाट से 4 हजार लोगों को निकाला है। हम
खाना और मेडिकल सपोर्ट दे रहे हैं। एक पुल के टूट जाने से दिक्कत हो रही।
उत्तरकाशी में रास्ता टूट जान की वजह से पहुंच नहीं पा रहे हैं। रोड पहले
बनाई जा रही है। पर्यटकों को भी पैदल चलना पड़ रहा है। साथ ही कई वाहन बह
गए हैं। कई इलाको में हम पुलों के टूटने के वजह से नहीं पहुंच पा रहे हैं।
-मुरली
मनोहर जोशी: इस मौसम में हिमालयन इलाकों में जहां कहीं भी ऐसी घटनाएं होती
हैं उनको रोकना मुश्किल हो जाता है। जब इन इलाकों में सड़कें बनती हैं तो
धमाकों से पर्वतों की मजबूती कम हो जाती है। इन इलाकों में विकास के नाम पर
अगर हिमालय की अनदेखी की जाएगी तो ये तो होगा। ये आश्चर्य की बात है कि
केदारनाथ का मंदिर बच गया।
-राजनाथ
सिंह: पता नहीं कितने हजारों लोग इस हादसे में मरे हैं। मैंने बीजेपी के
कार्यकर्ताओं से कहा है के वहां राहत कैंप लगाए और उत्तराखंड और केंद्र
सरकार से भी गुजारिश है कि जितना हो सके मदद पहुंचाई जाए।
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सशस्त्र सीमा बल आकादमी (SSB) को करीब 100 करोड़ का नुक्सान हुआ है। उफनती
अलकनंदा ने 2 महीने पहले 4 करोड़ की लागत से बने अधिकारी प्रशासक केंद्र
को भी तबाह कर दिया है। यहां अलकनंदा की एक धारा ने आपनी दिशा भी बदल दी
है। नदी धारा SSB की ओर ले बहने लगी है। अलकनंदा द्वारा मचाई गई तबाही का
आलम यह है कि SSB के बद्री स्टेडियम के साथ ही रिक्रूटों की बैरकों का तो
नामोनिशान ही मिट गया।
-66 हजार लोग अब भी फंसे, आईटीबीपी ने 9 हजार लोगों को निकाला। केदारनाथ में ही 50 लोगों की मौत।
-महाराष्ट्र
सरकार ने उत्तराखंड सरकार को 10 करोड रुपये की मदद की घोषणा की है। सीएम
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है की देहरादून के लिए विशेष विमान भेजेगी। इस
विमान से महाराष्ट्र के यात्रियों को वापस लाया जाएगा।
-गौरीकुंड
से करीब 5 हजार लोग लापता हैं। लापता सभी लोग पिट्ठू हैं जो पर्यटकों को
एक जगह से दूसरे जगह ले जाते हैं। बताया जाता है कि नदी के रास्ता बदल देने
से आई भयंकर बाढ़ में लोग लापता हो गए।
-टिहरी
से NDRF की टीम रुद्र प्रयाग रवाना हो गई है। रुद्रप्रयाग में परसों बादल
फटा था और बड़ी तादाद लोगों के हताहत होने की आशंका है। वहां कई गांव बह गए
हैं। कर्णप्रयाग और रुद्रप्रयाग में बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू
हो चुका है।
-एनडीआरएफ
टीम को सड़क मार्ग से भेजा जा रहा है। रास्ते में जगह लैंडस्लाइड है और
मार्ग टूटा हुआ है। केदारनाथ की तरफ जाने वाला रास्ता बेहद खराब है।
-सड़कें
टूटी हुई हैं, कई जगहों पर लैंडस्लाइड हुआ है। 100 से ज्यादा शव बरामद किए
जा चुके हैं और 200 से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका है। अब भी 1000 से
ज्यादा लोग लापता हैं।
-ट्रेकिंग
पर 40 लोग फंसे हुए हैं जिनमें विदेशी भी शामिल हैं। आज लगातार दूसरे दिन
मौसम खुला है ,उम्मीद है कि आज राहत कार्यों में तेजी आएगी। आज 6 और
हेलीकॉप्टर राहत कार्यों में लगाए जाएंगे। यानी कुल 16 हेलीकॉप्टर राहत
कार्य में लगेंगे।
-उत्तराखंड
में जगह-जगह लोग फंसे हुए हैं। टिहरी में ऐसे ही कुछ सैलानियों को बचाया
गया। ये सैलानी गंगोत्री की यात्रा से वापस लौट रहे थे तभी बारिश और बाढ़
की चपेट में आकर बीच रास्ते में फंस गए। ये लोग मुख्य रास्ते पर एक पुल के
बह जाने के बाद पानी से घिर गए थे।
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सेना के जवान और पुलिसवालों ने इन लोगों को रस्सी और टोकरी की मदद से बाहर
निकाला। इन सभी को टिहरी के आपदा बचाव केंद्र में पहुंचाया गया है। जहां
से इन्हें आगे भेजा जाएगा। बताया जा रहा है कि अभी भी 70-80 से लोग फंसे
हुए हैं। प्रशासन उन्हें निकालने के इंतजाम कर रही है।
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यूपी के सीएम अखिलेश ने उत्तराखंड को 25 करोड़ रुपये की सहायता दी है।
इसके अलावा अगर आज मौसम साफ रहा तो पीएम मनमोहन सिंह दोपहर दो बजे
उत्तराखंड में प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा करेंगे।
हेल्पलाइन नंबर
ITBP- 011- 24362892 और 9968383478
NDRF -011-26105912 और 26107953
उत्तरकाशी - 01374-226126, 226161
चमोली - 01372-251437
टिहरी - 01376-233433