नवगछिया नगर पंचायत के दो दर्जन नए दैनिक सफाई कर्मी पिछले बीस दिनों से हड़ताल पर हैं | जिसकी वजह से नवगछिया शहर के अधिकांश भागों में गंदगी का आलम पसर चुका है | इस हड़ताल की वजह इन दैनिक
सफाई कर्मियों के चार माह के वेतन का भुगतान नहीं होना बताया जा रहा है |
जहां सशक्त कमिटी सदस्य सह वार्ड पार्षद वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दैनिक सफाई कर्मियों का भुगतान नहीं होना गलत है | जिसके लिए प्रधान लिपिक आलोक गुप्ता जवाबदेह है |उनका भुगतान अविलम्ब होना चाहिये |
वहीं नगर पंचायत के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी संजय कुमार ने इस मामले में बताया कि ये सफाई कर्मी स्थायी तो हैं नहीं फिर हड़ताल कैसी | इसके बावजूद सफाई कार्य के लिए बीस मजदूर को ही लगाने का आदेश था | जिसकी जगह अधिक मजदूरों के मजदूरी केभुगतान का बिल पेश किया गया था | जिसे गलत मानते हुए रोक दिया गया है | इसके साथ ही स्थायी सफाई कर्मी द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था जारी है |
जबकि कार्यरत सफाई कर्मियों ने बताया कि इस समय नगर पंचायत में मात्र चार ही स्थायी सफाई कर्मी हैं | जिसमें से दो को अनुमंडल मुख्यालय की सफाई हेतु भेजा जा रहा है | मात्र दो सफाई कर्मी के भरोसे सारे नगर पंचायत क्षेत्र की सफाई कैसे संभव है |
सफाई कर्मियों के चार माह के वेतन का भुगतान नहीं होना बताया जा रहा है |
जहां सशक्त कमिटी सदस्य सह वार्ड पार्षद वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दैनिक सफाई कर्मियों का भुगतान नहीं होना गलत है | जिसके लिए प्रधान लिपिक आलोक गुप्ता जवाबदेह है |उनका भुगतान अविलम्ब होना चाहिये |
वहीं नगर पंचायत के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी संजय कुमार ने इस मामले में बताया कि ये सफाई कर्मी स्थायी तो हैं नहीं फिर हड़ताल कैसी | इसके बावजूद सफाई कार्य के लिए बीस मजदूर को ही लगाने का आदेश था | जिसकी जगह अधिक मजदूरों के मजदूरी केभुगतान का बिल पेश किया गया था | जिसे गलत मानते हुए रोक दिया गया है | इसके साथ ही स्थायी सफाई कर्मी द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था जारी है |
जबकि कार्यरत सफाई कर्मियों ने बताया कि इस समय नगर पंचायत में मात्र चार ही स्थायी सफाई कर्मी हैं | जिसमें से दो को अनुमंडल मुख्यालय की सफाई हेतु भेजा जा रहा है | मात्र दो सफाई कर्मी के भरोसे सारे नगर पंचायत क्षेत्र की सफाई कैसे संभव है |