अमेरिका में एक घातक बैक्टीरिया के तेजी से संक्रमण फैलाने के अनेक मामले
सामने आ रहे हैं. इस घातक संक्रमण पर रोग प्रतिरोधक दवाओं का भी कोई असर
नहीं हो रहा है.
अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के डॉक्टरों ने कहा है कि अस्पताल और स्वास्थ्य कर्मियों को मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए जल्द से जल्द जरूरी उपाय करने होंगे.
सीडीसी के निदेशक टॉम फ्रिडेन ने कहा, 'हमारी सबसे असरदार रोग प्रतिरोधक दवाएं भी असर नहीं दिखा पा रही हैं जिसकी वजह से मरीज लाइलाज संक्रमण से निकल नहीं पा रहे हैं.'
फ्रिडेन के मुताबिक, अब तक इस बैक्टीरिया से रक्त के जरिए संक्रमित मरीजों में से आधे मरीजों की जान जा चुकी है.
संक्रमण के लिए अंतिम विकल्प के रूप में दी जाने वाली कार्बापेनेम श्रेणी की रोग प्रतिरोधक दवाओं का भी इस बैक्टीरिया पर कोई असर नहीं हो रहा है.
डॉक्टरों का कहना है कि यह बैक्टीरिया सामान्यत: हमारे पाचन तंत्र में ही रहता है लेकिन पिछले एक दशक से इसने रोग प्रतिरोधक दवाओं के खिलाफ प्रतिरोधी क्षमता विकसित कर ली है तथा दूसरे जीवाणुओं को भी यह अपनी क्षमता प्रदान कर रहा है.
अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के डॉक्टरों ने कहा है कि अस्पताल और स्वास्थ्य कर्मियों को मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए जल्द से जल्द जरूरी उपाय करने होंगे.
सीडीसी के निदेशक टॉम फ्रिडेन ने कहा, 'हमारी सबसे असरदार रोग प्रतिरोधक दवाएं भी असर नहीं दिखा पा रही हैं जिसकी वजह से मरीज लाइलाज संक्रमण से निकल नहीं पा रहे हैं.'
फ्रिडेन के मुताबिक, अब तक इस बैक्टीरिया से रक्त के जरिए संक्रमित मरीजों में से आधे मरीजों की जान जा चुकी है.
संक्रमण के लिए अंतिम विकल्प के रूप में दी जाने वाली कार्बापेनेम श्रेणी की रोग प्रतिरोधक दवाओं का भी इस बैक्टीरिया पर कोई असर नहीं हो रहा है.
डॉक्टरों का कहना है कि यह बैक्टीरिया सामान्यत: हमारे पाचन तंत्र में ही रहता है लेकिन पिछले एक दशक से इसने रोग प्रतिरोधक दवाओं के खिलाफ प्रतिरोधी क्षमता विकसित कर ली है तथा दूसरे जीवाणुओं को भी यह अपनी क्षमता प्रदान कर रहा है.