
साकेत कोर्ट में फास्ट ट्रैक कोर्ट का उद्घाटन करते हुए जस्टिस कबीर ने कहा कि जब तक कोई बड़ी घटना नहीं होती कानून का पालन नहीं किया जाता. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने काले शीशे हटाने का आदेश दिया था, अगर शीशे हटाए जाते तो शायद ये घटना नहीं घटती.
वसंत बिहार गैंगरेप मामले में साकेत में फास्ट ट्रैक कोर्ट शुरू हो गया है। भारत के चीफ जस्टिस ने इसका उद्घाटन किया। इस मौके पर चीफ जस्टिस अल्तमश कबीर ने कहा कि अगर काले शीशों पर पाबंदी के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अमल किया होता तो दिल्ली गैंगरेप जैसी वारदात ना होती।
उधर, दिल्ली पुलिस गुरुवार को चाजर्शीट दायर करने की तैयारी कर रही है। साथ ही उस बस मालिक को फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ़्तार किया है जिस बस में बलात्कार की घटना हुई।
इस फास्ट ट्रैक कोर्ट में दिल्ली गैंगरेप का मामला चलेगा और रोज इसकी सुनवाई होगी। ऐसा पहली बार हो रहा है जब दिल्ली में एक साथ पांच फास्ट ट्रैक अदालतों का गठन किया गया है और ये सभी अदालतें 3 जनवरी यानी गुरुवार से अपना काम शुरू कर देंगी।
उधर, दिल्ली गैंगरेप मामले में चार्जशीट का ड्राफ्ट तैयार हो गया है। इसमें आरोपियों पर डकैती और हत्या के भी संगीन आरोप दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही पीड़ित को बस से कुचलने की कोशिश भी की गई थी।
एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक, चार्जशीट में आरोपियों पर आईपीसी की धारा 396 और धारा 302 के तहत भी आरोप लगाए गए हैं। इसका मतलब यह हुआ कि आरोपियों के खिलाफ डकैती और हत्या का आरोप लगाया गया है ताकि अधिक से अधिक सजा मिल सके।
इस चार्जशीट के मुताबिक, 16 दिसंबर को वारदात के दिन बस में तीनों आरोपी यात्रियों की तरह पहले से बैठे हुए थे, जिससे पीड़ित लड़की और उसके दोस्त को लगा कि बस में यात्री ही बैठे हुए हैं। तीन आरोपियों ने लड़की के दोस्त से पूछा कि इतनी रात को लड़की को कहां ले जा रहा है और फिर झगड़ा शुरू कर दिया। इस पर लड़की के दोस्त ने एक आरोपी को मारा भी। इसके बाद आरोपियों ने उसे आयरन रॉड से मारा। लड़की ने इसका विरोध किया तो उसे भी पीटा गया। इसके बाद आरोपी लड़की को बस में पीछे ले गए, जहां उसके साथ बलात्कार किया गया। इस दौरान लड़की ने बचने के लिए तीन आरोपियों राम सिंह, विनय और अक्षय ठाकुर को दांतों से काटा भी। तीनों आरोपियों के शरीर पर काटे के निशान के नमूनों को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। आरोपी राम सिंह ने वारदात के बाद बस को धोया था और कुछ कपड़े जला दिए थे। दो लोगों ने उसे ऐसा करते देखा था, ये दोनों अब पुलिस के गवाह हैं।
इसके साथ पुलिस ने साकेत मॉल से उस दिन शाम साढ़े पांच से साढ़े आठ बजे के बीच की सीसीटीवी फुटेज भी हासिल कर ली है। इसमें दोनों पीड़ित मॉल में दिख रहे हैं। पुलिस को फोन से कई अहम सबूत मिले हैं। कॉल डिटेल्स से पता चला है कि पीड़ित लड़की के दोस्त का मोबाइल लूटने के बाद एक मोबाइल पर दो कॉल आरोपियों ने रिसीव की, जिससे साफ हो गया है कि वे लोग एक साथ थे।