
शीला दीक्षित ने संवाददाताओं से कहा, "उसकी हालत बहुत गंभीर है. उसके कई अंगों में गहरी चोट है. बेहतर इलाज के लिए अगर जरूरत हुई तो उसे विदेश ले जाने और उसकी जान बचाने में हम हिचकेंगे नहीं."
सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता का इलाज कर रहे चिकित्सकों का कहना है कि वह होश में है. उसकी हालत स्थिर है लेकिन उसके भीतरी अंगों में संक्रमण होने का खतरा है.
पीड़ित युवती यहां के एक निजी अस्पताल में फीजियोथेरेपिस्ट के रूप में इंटर्नशिप कर रही थी. हादसे के बाद क्षतिग्रस्त हो चुकी उसकी आंत के एक हिस्से को बुधवार को सर्जरी कर हटाया गया था.
उल्लेखनीय है कि रविवार रात लगभग 9.30 बजे 23 वर्षीया पैरा-मेडिकल छात्रा अपने एक पुरुष मित्र के साथ दक्षिणी दिल्ली के मुनीरका में एक निजी बस में सवार हुई थी. बस में छह लोग मौजूद थे, जिन्होंने छेड़छाड़ का विरोध करने पर उसे और उसके मित्र की बुरी तरह पिटाई की, बलात्कार किया और महिपालपुर में दोनों को बस से फेंक दिया.