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इंडिया गेट पर बवाल, प्रदर्शन हिंसक हुआ, पत्थरबाजी और आगजनी

दिल्ली में चलती बस में गैंगरेप के खिलाफ लोगों का गुस्सा आज भी जारी है। दिल्ली और आस−पास के इलाकों से लोग अपना विरोध जताने के लिए जंतर−मंतर, इंडिया गेट, विजय चौक आ रहे हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस हर हाल में इन्हें रोकने की कोशिश कर रही है।

इंडिया गेट पर आज सुबह फिर से पहुंचे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस तमाम कोशिशें कर रही हैं,
लेकिन प्रदर्शनकारी हटने को तैयार नहीं हैं। आज फिर प्रदर्शनकारियों पर कई बार आंसू गैस के गोले दागे गए  और पानी की बौछार की गई। प्रदर्शनकारियों ने भी जवाब में पुलिस पर पत्थरबाजी की। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने 26 जनवरी की तैयारी के लिए रखी गई लकड़ी की बल्लियों में आग लगा दी और एक गाड़ी भी पलट दी।
पुलिस अवरोधों के बावजूद राजपथ में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे लोगों के खिलाफ पुलिस ने आंसू गैस के गोलों का प्रयोग किया। बाद में आसपास की सड़कों को खाली कराने की कोशिश के तहत प्रदर्शनकारियों को राजपथ में थोड़ा अंदर जाने की अनुमति दी गई। उसके बाद प्रदर्शनकारियों ने अवरोधों को तोड़कर अंदर प्रवेश करने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने एक बार फिर पानी की बौछारों का उपयोग किया।
पुलिस ने नई दिल्ली के सभी इलाकों में धारा 144 लगा दी है। राजपथ पर किसी की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। इंडिया गेट और विजय चौक को भी पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया है, यहां तक की मीडिया के लोगों को भी वहां जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। इसके अलावा इंडिया गेट के आसपास के सात मेट्रो स्टेशनों को भी बंद कर दिया गया है।
इसके अलावा प्रदर्शन कर रहे लोगों और पुलिस के बीच झड़प भी जारी है। एक तरफ जहां पुलिस लोगों को इंडिया गेट और आसपास के इलाकों से हटाने के लिए पुरजोर कोशिशें कर रही हैं, तो दूसरी तरफ लोग भी पुलिस की जोर आजमाइश का लगातार जवाब दे रहे हैं।
कई लोग बस के ऊपर चढ़कर, तो कई लोग बस के नीचे जाकर पुलिस से बचने में लगे हैं। दिल्ली में हुए गैंगरेप के मामले से पूरा देश गुस्से में है। इन लोगों की मांग है कि कानूनों को और कड़ा किया जाए और दिल्ली गैंगरेप के आरोपियों को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
इस बीच, आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया ने इंडिया गेट के समीप अशोक रोड स्थित हैदराबाद हाउस में धरना दिया। केजरीवाल ने कहा, लोगों का गुस्सा समझ में आ रहा है। सरकार की निष्क्रियता, उदासीनता और अहंकार बर्दाश्त करने योग्य नहीं है, लेकिन मैं सबसे अपील करूंगा कि वे हिंसा न करें।
उन्होंने कहा कि पहले ऐसा कभी नहीं हुआ, जब पूरी नई दिल्ली में धारा 144 लगाई गई हो। सरकार लोगों से डरी हुई है। सरकार लोगों के साथ युद्ध कर रही है। सरकार कैसे निहत्थे लोगों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोक रही है? धारा 144 केवल लोकतंत्र को बचाने के लिए लिए इस्तेमाल की जानी चाहिए। उन्होंने बलात्कारियों के खिलाफ कड़ा कानून बनाने और फास्ट ट्रैक अदालतों के गठन के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने का आह्वान किया।