भागलपुर के फल व्यवसायी विश्वनाथ गुप्ता हत्याकांड का आरोपी दीपक साह दिल्ली पुलिस का भी फरारी है। दिल्ली के लोदीपुर थाने में दीपक पर रंगदारी का मामला दर्ज बताया जा रहा है। जिसे लेकर दिल्ली पुलिस को वर्ष 2010 से ही उसकी तलाश है।
इस मामले में दीपक का नाम वाराणसी के एमएलसी ब्रजेश सिंह ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में लिया था। 2010 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम दीपक की तलाश में भागलपुर आई थी। उसके नहीं मिलने पर दिल्ली पुलिस दोबारा कुर्की-जब्ती का वारंट लेकर आई। मगर, तत्कालीन सीओ ने दिल्ली पुलिस को बताया था, दीपक के नाम से कहीं चल-अचल संपत्ति नहीं है।
जानकारी के अनुसार भागलपुर पुलिस की एक टीम विश्वनाथ हत्याकांड के मामले में वाराणसी भेजी गई है। दिल्ली पुलिस से भी संपर्क साधा गया है। तीन दिन पहले भागलपुर पुलिस की विशेष टीम इंस्पेक्टर आरपी वर्मा के नेतृत्व में गुड़गांव गई थी। वहां पुलिस को पता चला, दीपक के वहां तीन फ्लैट हैं। एक फ्लैट उसने पिछले साल बेच दिया था। शेष दो फ्लैटों में एक में उसका भतीजा दूसरेमें उसका रसोइया रहता है। फ्लैट सुधा साह के नाम पर हैं।
दीपक साह के मोबाइल का सर्विलांस मिलने पर भी उसकी सही लोकेशन नहीं मिल पा रही है। मोबाइल पर बातचीत के दौरान वह काफी सावधानी बरत रहा है। इससे पुलिस की मुश्किलें काफ़ी बढ़ रहीं हैं। पुलिस की एक विशेष टीम लखनऊ में भी उसकी तलाश कर रही है।
एसएसपी केएस अनुपम ने मंगलवार को बताया कि दीपक की गिरफ्तार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि दो जून को काजीचक निवासी गुप्ता को कचौड़ी गली में गोली मारी गई थी। तीन जून को उसकी मौत मायागंज अस्पताल में हो गई थी। इस हत्याकांड में गिरफ्तार मीनू मियां नामक एक बदमाश ने मजिस्ट्रेट को दिए बयान में साजिशकर्ता के रूप में दीपक के नाम का खुलासा किया था।