
पातंजलि योग पीठ के भागलपुर मंडल प्रभारी नायक चंद्रिका प्रसाद ने बिहार सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रतिबंध लगाकर मौत के कारोबार का सूबे में अंत किया है। कहा कि इससे आने वाली पीढि़यों को तम्बाकू युक्त पान मसाले एवं गुटके के सेवन से होने वाली जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सकेगा।
भाजपा के नवगछिया जिलाध्यक्ष सुबोध सिंह कुसवाहा, जिला मंत्री मुकेश राणा जदयू
के जिलाध्याख वीरेंद्र कुमार सिंह ने भी अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि सर्वप्रथम स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को तम्बाकू, गुटखा के सेवन से तौबाकर लोगों के सामने आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गुटखा पर प्रतिबंध से इसका लाभ समाज को मिलेगा। समाज के गतिशील लोगों को भी आगे आना चाहिए।
लायंस क्लब के अध्यक्ष डा० ए के केजरीवाल एवं आईएम्ए के अध्यक्ष डा० आर सी राय ने अपनी प्रतिक्रिया में राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदमों की सराहना की। कहा केवल सरकारी प्रतिबंध लगाने से ही इसका अंत नहीं होगा। उन्होंने राज्य सरकार से तम्बाकू युक्त पान मशाले एवं गुटखा बनाने वाली फैक्ट्रियों को भी बंद कराने की मांग की है।
डीडीए पब्लिक स्कुल के निदेशक राम कुमार साहू के अनुसार सरकार के इस कदम से आने वाले दिनों में तम्बाकू सेवन एवं उससे पीड़ित मरीजों की संख्या में कमी आएगी। बिक्री पर प्रतिबंध लगने से लोगों को सुगमता से उसे प्राप्त कर पाना दुष्कर होगा, फलत: इसका लत छूटेगी।
नवजनलोक के निदेशक मदन मोहन ठाकुर का कहना है कि गुटका एवं तम्बाकू युक्त पान मसाले के सेवन को प्रेरित करने वाले आकर्षक विज्ञापनों पर भी रोक लगाया जाना चाहिए।
मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष पंकज तिबड़ेवाल और सचिव अरविन्द चौधरी तथा अधिवक्ता विभाष प्रसाद सिंह, दीपेन्द्र कुमार सिन्हा, श्रीकिशोर झा, व्यवसायी मंटू साहू, मोबाइल मिस्त्री धीरज कुमार, समाजसेवी शम्भू रुंगटा ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए सामाजिक स्तर पर भी इसके सेवन से होने वाली जानलेवा बीमारियों से लोगों को जागरूक करने की मांग की। कहा कि जनसहयोग के बिना सरकार का कोई भी कदम पूर्ण सफल नहीं हो सकता।