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बंधक बनी महिला को पुलिस के सहयोग से ग्रामीणों ने कराया मुक्त, लापता बेटा की सुबह सड़क किनारे गढ़े में मिली लाश

बंधक बनी महिला को पुलिस के सहयोग से ग्रामीणों ने कराया मुक्त, लापता बेटा की सुबह सड़क किनारे गढ़े में मिली लाश
नवगछिया (भागलपुर)। पुलिस जिला नवगछिया अंतर्गत आदर्श थाना नवगछिया क्षेत्र में जहां छोटी अठगामा के ग्रामीणों ने पुलिस के सहयोग से तेतरी गांव स्थित स्व रंजीत पोद्दार के घर से छोटी अठगामा निवासी स्व बांके बिहारी मंडल (टेलीफोन विभाग कर्मी) की पत्नी विमला देवी को नशे की हालत में बरामद कर लिया। लेकिन विमला देवी का 27 वर्षीय पुत्र प्रकाश कुमार का देर रात तक कोई पता नहीं चल पाया था। जिसकी लाश शुक्रवार की सुबह पकरा गांव में घनश्याम मुखिया टोला के विषहरी स्थान के पास 14 नंबर सड़क किनारे गढ़े के पानी से बरामद हुई। जिसकी पहचान मृतक के भाई हरिनंदन कुमार मंडल ने की। मृतक के भाई हरिनंदन कुमार मंडल के बयान पर ही आदर्श थाना नवगछिया में इस घटना से संबंधित एक मामला भी दर्ज कर लिया गया है। इधर नवगछिया पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए तेतरी निवासी स्व रंजीत पोद्दार उर्फ नन्हकू पोद्दार की पत्नी रंजना देवी और एक अन्य रवि कुमार को गिरफ्तार कर लिया है तथा अन्य की तलाश कर रही है।
मृतक के भाई हरिनंदन कुमार मंडल ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया है कि तेतरी गांव से सुबह मेरे भाई प्रकाश कुमार मंडल को फोन कर मां के साथ यह कह कर बुलाया गया कि इंश्योरेंस का पैसा एक लाख आ गया है। आप यहां आकर ले जाएं। इसी सिलसिले में मेरा भाई प्रकाश और मेरी मां विमला देवी तेतरी गांव मोटरसाइकिल से गए थे। जो देर शाम तक वापस नहीं आए। खोजबीन करने लगे मोबाइल पर तो फोन भी नहीं लगा। तब खोजबीन करने के लिए अपने चाचा के साथ तेतरी गांव पहुंचे तो पता चला कि मां और मेरे भाई को स्वर्गीय रंजीत पोद्दार के घर में देखा गया था। वहां जाने पर घर बंद मिला। इसकी सूचना नवगछिया पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस के सहयोग से घर की तलाशी ली गई तो वहां से कुछ व्यक्ति निकल कर भागे। घर की तलाशी के दौरान बेहोशी की हालत में मां मिली। जिसे तत्काल इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया ले जाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए भागलपुर स्थित मायागंज अस्पताल भेज दिया गया। लेकिन मेरे भाई प्रकाश का कोई पता देर रात तक नहीं चला। सुबह पकरा गांव में एक अज्ञात लाश की बात सुनकर देखने गया तो वह मेरे भाई की ही लाश थी। जिसके माथे में हेल्मेट लगा था।