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पहली बार था परीक्षा के दौरान फूल बाजू के कपड़े पर प्रतिबंध

नव-बिहार न्यूज नेटवर्क (NNN), पूर्णिया / मुजफ्फरपुर। किसी भी परीक्षा के दौरान फूल बाजू के कपड़ों पर प्रतिबंध शायद ही लगा हो। लेकिन पूर्णिया और मुजफ्फरपुर में हुई एक परीक्षा के दौरान लड़कियां फुल बाजू की कुरती कटवाई, फिर दे पाई परीक्षा। फुल बाजू की कुरती पहनकर आने वाली लड़कियों को परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। लड़कों के भी कमीज कटवाए गये। कुछ लड़कियों ने तो अपने भाई की शर्ट पहनकर परीक्षा दी। यह सख्ती दिखी डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा (डीसीईसीई-पीई पीपीई) में। इस दौरान घड़ी से लेकर जूते भी उतरवाए गए।

जिला स्कूल स्थित परीक्षा केंद्र में लड़कियों की कुरती कटवाने पर उनके साथ आए अभिभावक नाराज दिखे। शोर-शराबा भी हुआ। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने के लिए मौके पर पुलिस भी तैनात थी। परीक्षा केंद्र के बाहर रोकने के बाद लड़कियां गेट के समीप बने एक कमरे में गई। कुछ ने कपड़े बदले तो कुछ ने कपड़े काटे। ब्लेड से फुल बाजू कुरती को काटने के बाद ही उन्हें केंद्र के अंदर प्रवेश करने दिया गया। लड़कियों के साथ आए अभिभावकों ने इस पर खुलकर नाराजगी जाहिर की।

इस दौरान जिला स्कूल परीक्षा केंद्र पर भागलपुर से परीक्षा देने आई अर्पणा कुमारी ने बताया कि कुरती की फुल बाजू कटवाने के बाद ही परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश करने दिया गया। किशनगंज से आई खुशी गुप्ता ने कहा कि केंद्र के अंदर रूमाल भी ले लिया गया। नवगछिया से आए रोहित और नारायणपुर से आए अजीत की भी कमीज कटवाई गई। परीक्षा देने मधेपुरा से आए दिव्यांग छात्र मिथुन कुमार का रंज था कि उनकी मजबूरी को भी नहीं समझा गया। अंत में भाई के टीर्शट पहनकर उन्होंने परीक्षा दी।

जबकि जिला स्कूल के केंद्राधीक्षक सह प्रिंसिपल नवल किशोर शाह ने बताया कि परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे फूल बाजू के कमीज या कुरती नहीं पहन सकते। परीक्षार्थियों को इसका पालन करना चाहिए। पढ़े-लिखे अभिभावकों को भी इस बारे में सोचना चाहिए।

वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश प्रसाद ने बताया कि बच्चे और अभिभावक दोनों ही पढ़े लिखे हैं। उन्हें हायतौबा नहीं मचाना चाहिए। फूल शर्ट में परीक्षा देते तो परीक्षा रद हो जाती। बाद में यही अभिभावक डीईओ व सीएस के खिलाफ हल्ला करते।

जानकारी के अनुसार पूर्णिया में 17 केंद्रों पर 6213 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी। 1044 परीक्षार्थियों ने परीक्षा नहीं दी। 2 घंटे की परीक्षा में 90 प्रश्न पूछे गए। अधिकांश परीक्षार्थियों ने कहा कि फिजिक्स और मैथ कुछ भारी थे लेकिन केमेस्ट्री हलका था।

इधर मुजफ्फरपुर में भी कुर्ती काटने का मामला काफी गरमा गया था। जहां तत्काल जिला पदाधिकारी ने एडीएम और जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेजकर जांच करायी। इसके साथ ही उक्त परीक्षा केंद्र इंटरनेशनल स्कूल को ब्लैक लिस्टेड करने और केंद्राधीक्षक विनय कुमार पर आजीवन परीक्षा कार्य से वंचित करने का आश्वासन दिया गया।