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बड़ी उपलब्धि: 9 बाइक सहित 10 गिरफ्तार, ट्रैफिक पुलिस का सिपाही निकला सरगना

नव-बिहार न्यूज नेटवर्क (NNN)। बिहार की नालंदा पुलिस ने बाइक लूट गिरोह का बड़ा खुलासा करते हुए 10 लुटेरों को गिरफ्तार किया है। साथ ही चोरी की गयी नौ बाइक भी जब्त की है। पुलिस ने बाइक चोरी करने व उसे बेचने वाले गिरोह के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है।

नालंदा जिले के चंडी थाना में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि बड़ी संख्या में लुटेरों की गिरफ्तारी नालंदा पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। लुटेरों के बैंक खातों की जांच की जायेगी। 
पहले तीन भाइयों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
एसपी के अनुसार गुप्त सूचना मिली थी कि नालंदा में बाइक लुटेरा गिरोह सक्रिय है। लूटे गये बाइकों की बिक्री चंडी व उसके आसपास के क्षेत्रों में धड़ल्ले से हो रही है। इसका पर्दाफाश करने के लिए डीएसपी प्रवेन्द्र भारती के नेतृत्व में एक टीम बनायी गयी। थाना प्रभारी कमलजीत के नेतृत्व में टीम ने सबसे  प्रखंड कार्यालय के पास चाय-नाश्ते की दुकान चलाने वाले महेशपुर गांव निवासी तीन भाइयों सुधीर राम के पुत्र अजय कुमार, विजय कुमार उर्फ छोटू व विनय कुमार को दबोचा। उनके पास से लूटी गयी तीन बाइक मिली। पूछताछ में उन्होंने सारण जिला के जनता बाजार थाना क्षेत्र स्थित हरपुर कोठी गांव निवासी रविकांत तिवारी का नाम उगला। रविकांत अभी पटना में ट्रैफिक पुलिस में तैनात है। तीनों भाइयों ने बताया कि रविकांत उन्हें कम दाम में चोरी की बाइक देता था जिन्हें वे लोग आसपास के क्षेत्रों में बेचते थे।
रविकांत के पकड़ाते ही खुल गया गिरोह का भेद
तीनों भाइयों की निशानदेही पर पुलिस ने पटना से रविकांत को गिरफ्तार कर लिया। उसने पूछताछ में बताया कि पिछले एक साल से इस धंधे में है। पटना जिला एवं आसपास के इलाकों से लूटी गयी बाइक चंडी में लाकर देता था। उसकी निशानदेही पर महेशपुर गांव निवासी सोनू कुमार, लालगंज निवासी गुड्डू कुमार, उत्तरा निवासी विजेन्दर कुमार और अनुज कुमार, जयतीपुर गांव निवासी दिलीप कुमार व रहुई थाना क्षेत्र के खिदरचक गांव निवासी गौतम कुमार उर्फ गुड्डू को एक-एक बाइक के साथ गिरफ्तार किया गया। 
2015 में चंडी में तैनात था रविकांत
रविकांत 2015 में चंडी अंचल में गार्ड के रूप में तैनात था। उसी समय उसकी पहचान अजय से हुई थी। सूत्रों की माने तो 2012 से लेकर 14 तक रविकांत ड्यूटी से गायब था। वहीं तीनों भाइयों के कार्यकलाप पर भी पुलिस को पहले से ही शक था। एसपी ने कहा कि रविकांत के खातों की जांच की जायेगी। पिछले एक साल के दौरान हुए लेन-देन की जानकारी ली जायेगी। अवैध रूप से कमायी गयी संपत्ति को जब्त कर लिया जायेगा। छापेमारी टीम में मुक्तिनाथ राय, अजय कुमार सिंह, प्रेमलाल यादव, हरेन्द्र पासवान व सशस्त्र बल शामिल थे।