भागलपुर (नवबिहार न्यूज नेटवर्क)।
भागलपुर बांका जिले की सड़कों पर अब नहीं चलेगी जुगाड़ गाड़ी। इसके साथ ही बिहार राज्य खाद्य निगम या भारतीय खाद्य निगम के 15 वर्ष पुराने खटारा ट्रक भी अब सड़कों पर नहीं दौड़ेंगे। यह निर्णय शुक्रवार को क्षेत्रीय प्राधिकार क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार की बैठक में लिया गया।
बैठक में भागलपुर के प्रमंडलीय आयुक्त आर एल चौंगथु ने भागलपुर व बांका के जिला पदाधिकारियों को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के आलोक में इसका अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। दोनों जिलों की पुलिस के अलावा जिला परिवहन पदाधिकारियों और मोटरयान निरीक्षकों को भी इसका अनुपालन करने की जिम्मेदारी दी गई है। आयुक्त ने दोनों जिलों के अधिकारियों से ओवरलोडिंग रोकने और इसके खिलाफ सघन अभियान चलाने का भी निर्देश दिया है । उन्होंने कहा कि सड़क पर चल रहे 15 साल पुराने ट्रकों की फिटनेस की जांच कराएं, जो ट्रक फिटनेस में फेल हो रहे हैं उन्हें सड़कों से बाहर कर दें।
एक बार पहले भी लगा था बैन
बताते चलें की इससे पहले भी 2013 में जुगाड़ गाड़ियों पर प्रतिबंध लगा था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर तत्कालीन जिलाधिकारी प्रेम सिंह मीना व तत्कालीन एसएसपी राजेश कुमार ने जुगाड़ गाड़ियों के परिचालन पर रोक लगा दी थी। एसएसपी ने शहर में चलने वाली जुगाड़ गाड़ियों के खिलाफ धरपकड़ अभियान भी चलाया था। इस दौरान एक दर्जन से अधिक गाड़ियों को कोतवाली समेत अन्य थानों में रखा गया था। यह कार्रवाई तब हुई थी जब एक के बाद एक कई दुर्घटनाएं शहर में जुगाड़ गाड़ियों से हुई थी। इसके विरोध में जुगाड़ के चालकों ने आंदोलन भी चलाया था। सेंडिश कंपाउंड में बैठक कर वहां से जुगाड़ गाड़ियों का लंबा जुलूस निकाला गया था। आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने कार्रवाई से अपने हाथ पीछे खींच लिए थे। तब से लेकर अब तक हजारों की संख्या में जुगाड़ गाड़ियों का परिचालन बेरोकटोक हो रहा है। जो भागलपुर से लेकर तमाम शहरों में अपना जाल फैलाता जा रहा है।
नवगछिया में भी धड़ल्ले से दौड़ रही है जुगाड़ गाडी
लाइसेंस रहित प्रदुषण युक्त तथा पूरी तरह से असुरक्षित वाहन जुगाड़ गाडी भागलपुर जिले के नवगछिया शहर में भी सैकड़ों की संख्या में बेलगाम बेरोकटोक धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रही है जो कई बार दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी है तथा कभी भी किसी भी अनहोनी घटना को पुनः अंजाम दे सकती है।