सेवा यात्रा से लौटते ही बिहार के
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि इस वक्त के हालात मुश्किल हैं। नीतीश
कुमार ने पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों के पूछे गए सवाल के जवाब में साफ कहा
कि हालात बहुत कठिन हैं।
अपने बयान में नीतीश ने शेरो-शायरी का भी सहारा लिया। उन्होंने हंसते हुए कहा कि ‘दुआ देते हैं जीने की, दवा करते हैं मरने की, दुश्वारी का सबब यही’।
अपने बयान में नीतीश ने शेरो-शायरी का भी सहारा लिया। उन्होंने हंसते हुए कहा कि ‘दुआ देते हैं जीने की, दवा करते हैं मरने की, दुश्वारी का सबब यही’।
नीतीश की
शायरी का जवाब बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन अपने अंदाज में दिया,
उन्होंने कहा बीजेपी की परंपरा है कि हम दुआ भी देते हैं और दवा भी देते
हैं। बीजेपी जिसको दोस्त बनाती है उसे दगा नहीं देती है। आज भी हमारा जदयू
से गठबंधन है। हम सबसे बड़े दल हैं एनडीए के। अटल जी ने मेहनत से एनडीए
बनाया। किसी भी साथी को टूटने नहीं देंगे ये प्रयास रहेगा।
सुषमा स्वराज ने कहा कि कांग्रेस को हटाने के लिए विपक्ष का एकजुट होना
आवश्यक है। आज तक कांग्रेस सत्ता से तभी बाहर गई है जब विपक्ष एकजुट हुआ
है। NDA का इकट्ठे रहना समय की आवश्यकता है। इसलिए NDA को टूटन से बचाने के
लिए हरसंभव प्रयास किया जाना चाहिए। वहीं राजनाथ सिंह ने कहा कि हम कभी
नहीं चाहते हैं कि जेडीयू से हमारा गठबंधन टूटे। जेडीयू से बीजेपी का
गठबंधन करीब 17 साल पुराना है। इस बीच जेडीयू शिवानंद तिवारी ने कहा कि
गठबंधन लगभग खत्म हो गया है।
जाहिर
है बीजेपी और जेडीयू के बीच 17 साल पुराना दोस्ताना टूटता नजर आ रहा है।
इसी दौरान गठबंधन टूटने की अटकलों के बीच बिहार में बीजेपी कोटे के सभी
मंत्रियों ने सरकारी कामकाज करना बंद कर दिया है। इनमें राज्य के डिप्टी
सीएम सुशील कुमार मोदी भी शामिल हैं। यही नहीं, इस वक्त बीजेपी के सभी
मंत्री सुशील मोदी के घर पर बैठक के लिए पहुंचे हैं। इस बीच सूत्रों के
हवाले से खबर है कि जेडीयू निर्दलीयों के साथ-साथ बीजेपी विधायकों को भी
तोड़ने की कोशिश कर रही है।