मध्यप्रदेश सरकार ने महिलाओं के प्रति अपराध करने वालों के खिलाफ कडा कदम उठाते हुए कुछ फैसले किए है.
उन्होंने कहा कि काल-सेंटर में मिलने वाली शिकायत की सूचना संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक और संबंधित थाना प्रभारी को दी जाये.
साथ ही शिकयत करने वाले को की गयी कार्रवाई की जानकारी भी दी जाये.
गृह मंत्री ने संचालक मेडिको लीगल संस्थान को निर्देशित किया कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराध के परीक्षण के संबंध में चिकित्सकों को संभाग स्तर पर प्रशिक्षण दिलाया जाये.
उन्होने कहा कि महिलाओं के साथ छेडखानी रोकने के लिये सभी जिलों में विशेष कार्यदल बनाकर कार्यवाही की जाये और यह कार्यवाही सिर्फ बडे शहरों तक सीमित नहीं रहकर सभी जिलों में की जाये.
उन्होने सभी गाडियों की काली फिल्में हटवाने के भी निर्देश दिये.
गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने
यहां अधिकारियों की एक बैठक में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों की रोकथाम
के लिये उठाये जा रहे कदमों की समीक्षा के बाद कहा कि ऐसे आपराधियों को
सरकारी नौकरी में भी नहीं रखा जायेगा.
बैठक में गृह मंत्री ने काल-सेंटर की स्थापना और बडे शहरो में सी.सी.टी.वी
कैमरे लगवाने के लिये अतिशीघ कार्रवाई करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि काल-सेंटर में मिलने वाली शिकायत की सूचना संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक और संबंधित थाना प्रभारी को दी जाये.
साथ ही शिकयत करने वाले को की गयी कार्रवाई की जानकारी भी दी जाये.
गृह मंत्री ने संचालक मेडिको लीगल संस्थान को निर्देशित किया कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराध के परीक्षण के संबंध में चिकित्सकों को संभाग स्तर पर प्रशिक्षण दिलाया जाये.
उन्होने कहा कि महिलाओं के साथ छेडखानी रोकने के लिये सभी जिलों में विशेष कार्यदल बनाकर कार्यवाही की जाये और यह कार्यवाही सिर्फ बडे शहरों तक सीमित नहीं रहकर सभी जिलों में की जाये.
उन्होने सभी गाडियों की काली फिल्में हटवाने के भी निर्देश दिये.