क्या एक दिन में तीन अलग-अलग दिशा में ट्रेन से यात्रा की जा सकती है? क्या कोई पटना में मौजूद हो और एक ही समय में शहर से बाहर तीन दिशा में बाहर जा सकता है? क्या ट्रेन और हवाई जहाज में एक समय में सफर किया जा सकता है? ऐसा संभव कर दिखाया है बिहार के विधायकों ने।
दरअसल, राज्य के प्रधान लेखाकार [पीएजी] की रिपोर्ट में अप्रैल 2009 से मार्च 2012 के बीच विधायकों की कलाकारी का यह तथ्य सामने आया है। बिहार विधानसभा में 243 और विधानपरिषद में 75 सदस्य हैं।
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार ने पीएजी रिपोर्ट में रेल कूपन के दुरुपयोग का मामला उठाए जाने के बाद विधानसभा सचिवालय से जवाब मांगा है। पीएजी की अंतिम रिपोर्ट अगले साल फरवरी-मार्च में आएगी।
पीएजी ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में पाया है कि 54 विधायकों ने 142 मौके पर एक दिन में एक से ज्यादा दिशा में यात्रा करने का दावा किया है, उसमें छह ने तीन दिशा में एक साथ यात्रा करने का दावा किया। एक विधायक ने दर्शाया है कि उसने 15 फरवरी 2010 को पटना से आजम नगर रोड, पटना से नई दिल्ली और नई दिल्ली से पटना की यात्रा की। एक दूसरे विधायक ने दिखाया है कि उसने 17 नवंबर 2010 को पटना से फारबिसगंज, फारबिसगंज से पटना और फिर फारबिसगंज से पटना की यात्रा की। राजधानी से फारबिसगंज की दूरी करीब 300 किलोमीटर है। एक अन्य विधायक ने यात्रा के संबंध में दिए गए विवरण में दर्शाया है कि एक दिन में उसने पटना से किशनगंज और पटना से दिल्ली की दो बार यात्रा की।
रिपोर्ट में कहा गया है कि विधायक ने जब यात्रा का दावा किया है उस दौरान उन्होंने राजधानी में मौजूदगी को लेकर भत्ते का दावा भी किया है। उन्होंने अप्रैल 2009 से मार्च 2012 के बीच 3,598 यात्रा के साक्ष्य दिए हैं और राजधानी में 3,123 बार रुकने को लेकर भत्ते का दावा किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे साफ जाहिर होता है कि विधायकों ने दावे के अनुसार यात्रा की ही नहीं।
172 विधायकों ने 1522 बार एक से ज्यादा सहयात्री के साथ यात्रा की। विधानमंडल के नियम के मुताबिक एक विधायक साल में 1.5 लाख रुपये तक एसी क्लास में एक सहयात्री के साथ यात्रा कर सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2006 से मार्च 2012 के बीच 402 सदस्यों को 10.81 करोड़ रुपये का रेल कूपन जारी किया गया जिसमें 46.02 लाख रुपये अतिरिक्त सहयात्री पर खर्च किए गए।