
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मदद से हुई इस व्यापक जाच के मुताबिक पंजाब के लोगों में यह खतरा सबसे कम पाया गया है। यहा एक प्रतिशत से भी कम लोग इसकी जद में हैं। 'राष्ट्रीय कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग तथा लकवा बचाव और नियंत्रण कार्यक्रम' के तहत सामने आए आकड़े इस लिहाज से थोड़ी राहत भी देते हैं, क्योंकि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद [आइसएमआर] के अनुमान से ये काफी कम हैं। इसने भारत की कुल आबादी के 15.94 फीसद लोगों को यह समस्या होने की आशका जताई थी। मगर 20 राज्यों के सौ जिलों में 1.06 करोड़ लोगों की जाच में कुल 6.18 फीसद ऐसे पाए गए, जिनका रक्तचाप 140-90 से ज्यादा था। उच्च रक्तचाप की समस्या सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में पाई गई है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि उच्च रक्तचाप प्रभावित लोग नियमित संतुलित आहार लेने, पर्याप्त पानी पीने, रोजाना व्यायाम करने जैसे कदम उठा कर आसानी से सामान्य जीवन जी सकते हैं। हालाकि ऐसे लोगों को तंबाकू या बीड़ी, सिगरेट आदि की आदत तुरंत छोड़ देनी चाहिए। समय रहते सावधानी नहीं बरतने पर यह आपकी किडनी और हृदय सहित कई महत्वपूर्ण अंगों को यह प्रभावित कर सकता है।