मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक पर लोकसभा में चर्चा के दौरान बुधवार को कई सांसदों ने गाड़ी में लाल बत्ती लगाने की अनुमति नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की। इन सांसदों का कहना था जब जिले के एडीएम व एसडीएम अपनी गाड़ी पर बत्ती लगाकर चलते हैं तो लाखों लोगों का प्रतिनिधि होने के नाते उन्हें यह अनुमति क्यों नहीं दी जा रही जबकि पार्लियामेंटरी प्रिविलेज कमेटी सांसदों को लाल बत्ती लगाने की सिफारिश कर चुकी है।
विधेयक पर चर्चा शुरू करते हुए सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने सांसदों को गाड़ियों में लालबत्ती लगाने की अनुमति दिए जाने की मांग उठाई। उनका कहना था कि यदि गृहमंत्रालय को इस पर आपत्ति है तो दिल्ली के वीआईपी एरिया को छोड़कर अन्य स्थानों पर सांसदों को लाल बत्ती लगाने का अधिकार दिया जा सकता है।
सपा सांसद शैलेंद्र कुमार ने भी सांसदों को लाल बत्ती का अधिकार दिए जाने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि जब कई राज्यों में विधायकों व पार्षदों तक को यह अधिकार हासिल है तो सांसदों को यह अधिकार देने में क्या दिक्कत है।
बसपा सांसद विजय बहादुर सिंह ने कहा कि लालबत्ती लगी रहने से सांसदों को इससे सुरक्षा मिलेगी। हमसे यह कहा जाता है कि दिल्ली में सांसदों के लाल बत्ती लगाने से कानून व्यवस्था की समस्या होगी। उन्होंने इस तरह की बातों को उपनिवेशवादी विचार बताया। लाल बत्ती की चर्चा के दौरान पक्ष व विपक्ष के सांसद वक्ताओं का मेजें थपथपाकर समर्थन करते रहे।