ईश्र्वर की सच्ची सेवा तो गौ सेवा ही है। जिससे अमृत तुल्य दूध जीवनभर मिलता है। जबकि माता का दूध कुछ ही समय तक मिल पाता है। साथ ही इसके गोबर तथा गौमूत्र से पृथ्वी की उपज तथा उर्वरा शक्ति प्राप्त होती है। उक्त बातें नवगछिया स्थित श्रीगोपाल गौशाला के प्रांगण में आयोजित भागवत कथा यज्ञ के दौरान भागवत भास्कर आचार्य श्री बाल नारायण जी वशिष्ठ ने सोमवार को कही। वहीं इस भागवत कथा के दौरान सोमवार को श्री कृष्ण जन्मोत्सव श्री कृष्ण बाल-लीला मंदिर की भी विशेष रूप से चर्चा की गई। वृंदावन से आई बाल मुकुंद रासलीला कंपनी की रासलीला को देखने भारी संख्या में पहुंच रहे है। रासलीला कंपनी द्वारा सोमवार को यमुना नदी में मौजूद कालिया नाग को कृष्ण द्वारा नाथने की लीला की मार्मिक प्रस्तुति की गई। वहीं मंगलवार को सुप्रसिद्ध नानी बाई का मायरा की प्रस्तुति की घोषणा की गई। भीड़ पर नियंत्रण हेतु नवगछिया पुलिस के कई जवान तथा पदाधिकारी तैनात देखे गए। इस दौरान गौशाला समिति के अध्यक्ष पवन सर्राफ, सचिव राम प्रकाश रूगंटा, शंभू यादुका, किशन शर्मा, शंकर लाल अग्रवाल, लायंस क्लब के प्रो. विजय कुमार, अजय रूंगटा, शंकर लाल केडिया, रतन डोकामियां, प्रमोद केडिया एवं श्याम भक्त मंडल के सचिव संतोष यादुका, विनय केडिया, रंजन रूंगटा, राहुल यादुका, वरूण केजरीवाल, दीपक अग्रवाल, मंजू चिरानियां, महिला मंडल की विमला, प्रेमलता केजरीवाल, शर्मिला केजरीवाल तथा मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष गौतम सर्राफ, सचिव अरविंद चौधरी, अनुराग रूंगटा, यश केडिया रवि केजरीवाल, पुनीत चिराशियां की भागीदारी देखी जा रही है।