पटना। डा. सुब्रह्मण्यम स्वामी के नेतृत्व वाली विराट हिन्दुस्तान संगम बिहार शाखा द्वारा 38वीं वेबिनार आयोजित की गयी। इसमें बिहार की भाषाओं एवं बोलियों…
पूरी खबर पढ़ने के लिये यहां क्लिक करेंअंगिका कविता कौने करतै हमरो इंसाफ कौने करतै हमरो इंसाफ ! केकरो यहां दिल छै साफ ! जेकरो हम्में खुर पूजैलियै। देवो से बढ़ी हुजूर बुझलियै। वह…
पूरी खबर पढ़ने के लिये यहां क्लिक करेंमैथिली, मगही, भोजपुरी, अंगिका, बज्जिाका, संथाली, मुंडारी बिहार की प्रमुख बोलियां रही है, जो भाषा के रूप में विकसित हुई। इसमें से भोजपुरी भारत के…
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