NAUGACHIA : नगर के नवादा में बह रही है अध्यात्म की गंगा, काफी संख्या में उमड़ रहे हैं श्रद्धालु
नव-बिहार समाचार, नवगछिया भागलपुर। पिछले दो दिनों से नवगछिया नगर के नवादा क्षेत्र में आध्यात्मक की गंगा बह रही है। जहां काफी संख्या में उमड़ रहे सभी श्रद्धालु इससे सराबोर हो रहे है। यहां तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान चल रहा है। श्रीशिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर और श्री उत्तरतोताद्रि मठ विभीषणकुंड अयोध्या के उत्तराधिकारी श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के मागदर्शन में सभी कार्यक्रम चल रहे हैं। लगता है मानो यह क्षेत्र मिनी अयोध्या बन गया है।
बताते चलें कि नवादा स्थित पंचमुखी बालाजी धाम में पंचमुखी हनुमान का दर्शन पूजन करने काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।इसी मंदिर के प्रथम तल में भगवान राम, सीता, हनुमान व अन्य देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा गुरुवार को होगा। इसी सभी तैयारी कर ली गई है। मंदिर परिसर में सामने ही श्रीराम कथा हो रही है। सैकड़ों लोगों ने मंदिर में स्वामी आगमानंद जी से आशीर्वाद लिया। कथा के दौरान परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहा कि नवादा धार्मिक क्षेत्र है। यहां के लोगों में भगवान के प्रति आस्था, समर्पण व श्रद्धा है। इस कारण ये लोग हर क्षेत्र में उन्नति करते हैं। यहां के लोग सेवाभावी हैं। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम राम के जीवन से हमें जीवन जीने की सीख मिलती है।
स्वामी आगमानंद जी ने सभी से अपील करते हुए कहा कि हर घर में रामचरितमानस का नित्य पाठ हो। उन्होंने खासकर बच्चों से कहा कि पढ़ाई से पूर्व कुछ देर रामचरितमानस और हनुमान चालीस जरुर पढ़ें। भगवान राम के जीवन से जुड़े हुए प्रत्येक चौपाई, छंद, दोहा, सोरठा, श्लोक किसी मंत्र से कम नहीं र्है। बच्चों से कहा कहा के रामचरितमानस पढ़ने से अपनी भाषा ठीक होगी। हिंदी व्याकरण आप सहज रूप से सीख जाएंगे। पढ़ने की शैली की जानकारी मिलेगी। इस दौरान भजन गायकों ने वहां भक्ति की समां बांध दी। मंच संचालन चंद्रगुप्त साह ने किया। इस अवसर पर शिव प्रमानंद भाई जी, स्वामी मानवानंद, कुंदन बाबा, प्रेम शंकर भारती, मनोरंजन प्रसाद सिंह, श्वेत कमल, रामबालक भाई, सुमन सौरभ सोनू आदि मौजूद थे। जहां स्थानीय ग्रामीण काफी सक्रियता से सेवा कार्य में लगे देखे गए। गुरुवार को यहां सुबह से ही प्राणप्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा। देर शाम रामकथा होगी। कार्यक्रम में लगातार प्रसाद वितरण हो रहा है, भंडारा चल रहा है।