ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

मिसाल: कहलगांव में आकाश से होगा बाबा का पुष्पाभिषेक

बिहार और बंगाल की कायम होगी पहली मिसाल
हेलीकॉप्टर और ड्रोन से होगी पुष्प वर्षा
नव-बिहार समाचार, भागलपुर (NNN)। सावन के महीने में आकाश से वर्षा तो आम बात है, लेकिन यह वर्षा पानी की जगह अगर फूलों की हो जाय तो उस समय प्रकृति का क्या नजारा होगा उसकी कल्पना कर पाना
अविश्वसनीय लगता है। फिर भी अगर सच में ऐसा  हो तो उस समय मन कितना आनंदित होगा यह कहना काफी मुश्किल है। लेकिन इतना तो तय है कि धरती पर स्वर्ग जैसी अनुभूति संभव है। बिहार और बंगाल में इस पहली मिसाल को सम्पन्न कराने का संकल्प लिया है केंद्रीय रेलवे रेल यात्री संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु खेतान ने।
कहलगांव के प्रसिद्ध एवं प्राचीन शैव स्थल बटेश्वर स्थान स्थित शिव मंदिर पर सावन के अंतिम रविवार यानी छह अगस्त को आकाश से फूलों की वर्षा कर अनूठे तरीके से बाबा का पुष्पाभिषेक किया जाएगा। हेलीकॉप्टर से मंदिर पर पुष्प की वर्षा की जाएगी। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर तीन ड्रोन का भी प्रावधान रहेगा।
मौसम खराब रहने की स्थिति में ड्रोन से फूलों की बरसात की जाएगी। बिहार और बंगाल के किसी भी शिव मंदिर में इस तरह की पुष्प वर्षा की पहली मिसाल रविवार को कायम होगी। यह व्यवस्था केंद्रीय रेलवे रेल यात्री संघ की ओर से की जा रही है। इसके लिये सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। हेलीकॉप्टर के लिये संघ को जिला प्रशासन से अनुमति मिल गई है। रेल यात्री संघ के अध्यक्ष विष्णु खेतान ने बताया कि करीब डेढ़ क्विंटल गुलाब और कमल के फूलों की पंखुड़ियां हेलीकॉप्टर से बरसाई जाएंगी। दिल्ली से पांच अगस्त को ही हेलीकॉप्टर एनटीपीसी कहलगांव के हेलीपैड पर पहुंच जाएगा।
छह अगस्त को अपराह्न तीन बजे फूल बरसाए जाएंगे। एक बार में हेलीकॉप्टर से 40 किलो ही फूल गिराये जा सकेंगे। उसी दिन हेलीकॉप्टर से बटेश्वर स्थित नागा बाबा मंदिर और कहलगांव शहर से सटे गंगा नदी के बीच अवस्थित शांति बाबा पहाड़ पर भी फूलों की वर्षा की जाएगी। मौसम खराब रहने की स्थिति में ड्रोन से फूलों की बारिश की जाएगी। इसके लिये तीन ड्रोन आएंगे, जिनमें से एक ड्रोन पांच किलो तो बाकी दो ड्रोन दो-दो किलो पंखुड़ियां बारी-बारी से बरसाएंगे।
मालूम हो कि नागा बाबा और शांति बाबा सिद्ध संत रहे थे, जिनके प्रति क्षेत्र के लोगों की आस्था जुड़ी है। दोनों संतों की स्मृति में ही दोनों जगहों पर भव्य मंदिर निर्मित है। विष्णु खेतान ने बताया कि आस्थावान लोगों की सुविधा को देखते कहलगांव और पीरपैंती से बटेश्वर स्थान तक लाने के लिये नि:शुल्क दो बसों की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
वहीं पुष्प वर्षा का नजारा देखने के लिये कहलगांव के बीडीओ द्वारा गंगा नदी में एक स्टीमर और नौकाओं का भी बंदोबस्त रहेगा। कार्यक्रम सावन के अंतिम सोमवार को ही किया जाना था लेकिन उस दिन ग्रहण लगने के कारण एक दिन पहले रविवार को ही कार्यक्रम निर्धारित किये गये हैं।
पांच अगस्त को बाबा बटेश्वर नाथ महादेव का मस्तकाभिषेक शुरू होगा जो 24 घंटे तक चलेगा। वहीं छह अगस्त को दिन के एक बजे से कोलकाता, दिल्ली और भागलपुर के कलाकारों की टीम द्वारा जागरण का भव्य कार्यक्रम होगा। उसी दिन बाबा का बर्फ और फूल से अलौकिक श्रृंगार होगा। साज सज्जा कोलकाता की टीम द्वारा की जाएगी। भक्तों के लिये भंडारा, चाय शर्बत और पानी का भी बंदोबस्त संघ द्वारा किये जाएंगे।