नवगछिया, भागलपुर ( नवबिहार न्यूज नेटवर्क)। जी हां! सचमुच आ गया है अब एलईडी बल्ब का ज़माना। पुराने और पीली रौशनी करने बल्ब का ज़माना अब लद चुका है यानि कि बीत चुका है। सरकार भी एलईडी बल्ब के उपयोग के समर्थन में ही है। हो भी क्यों नहीं, पुराना और पीली रौशनी करने वाला एक बल्ब के उपयोग करने पर सामान्यतया एक सौ वाट बिजली की खपत होती है। इसकी जगह उससे भी ज्यादा और सफ़ेद दूधिया रौशनी करता है नौ वाट का एलईडी बल्ब।
इसके अलावा उस पुराने पीले वाले बल्ब की कोई गारंटी वारंटी नहीं होती, ये अक्सर फ्यूज हो जाया करते हैं, लेकिन सरकार द्वारा समर्थित इस एलईडी बल्ब की तीन साल की वारंटी भी बताई जा रही है, जो फ्यूज भी नहीं होते हैं।
*नवगछिया में लगा एलईडी बल्ब विक्रय शिविर*
सरकार द्वारा समर्थित इनर्जी इफिसिएंसी सर्विसेज लिमिटिड द्वारा 12 जुलाई को एलईडी बल्ब बिक्री शिविर का आयोजन उज्जवल योजना के तहत नवगछिया स्थित बिजली विभाग के कार्यालय के बाहर लगाया गया। जहां पचासी रूपये प्रति बल्ब की दर से बिक्री की गयी। विभाग के शहरी कनीय अभियंता रवि कुमार ने बताया कि एक बिजली उपभोक्ता को अधिकतम दस बल्ब दिया जा सकता है। वहीं सहायक अभियंता राजेंद्र साहनी ने बताया कि इस बल्ब के उपयोग से बिजली की काफी बचत होगी। बिजली की बचत को बिजली का उत्पादन ही माना जाता है। मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी राघवेंद्र सिंह ने भी पुराने बल्ब की जगह एलईडी बल्ब के उपयोग की सलाह दी है।